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Channel: Lyrics In Hindi - लफ़्ज़ों का खेल
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ये ज़िन्दगी कुछ भी - Yeh Zindagi Kuchh Bhi (R.D.Burman, Romance)

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Movie/Album: रोमांस (1983)
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: आर.डी.बर्मन

ये ज़िन्दगी कुछ भी सही
पर ये मेरे किस काम की
जिसके लिए जीते हैं लोग
बस है कमी उस नाम की
ये ज़िंदगी कुछ भी...

जिसको नहीं है अरमान कोई
कैसी जवानी है ये
जिसको नहीं है उनवान कोई
ऐसी कहानी है ये
ना है खबर आगाज़ की
ना है खबर अंजाम की
ये ज़िन्दगी कुछ भी...

प्यासा रहा मैं मेरी गली में
सावन बरसता रहा
मेले में जैसे कोई अकेला
ऐसे तरसता रहा
पूछो न ये कैसे भला
मैंने सुबह से शाम की
ये ज़िंदगी कुछ भी...

दिल बहलाने को लिखते हैं दिल के
किस्से फ़सानों में लोग
रखते हैं हीरे मोती सजा के
अपनी दुकानों में लोग
बाज़ार में कीमत है क्या
टूटे हुए इस जाम की
ये ज़िन्दगी कुछ भी...

ओ मेरी जाँ - O Meri Jaan (Asha Bhosle, Shailendra Singh, Manzil Manzil)

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Movie/Album: मंज़िल मंज़िल (1984)
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: आशा भोंसले, शैलेंद्र सिंह

ओ मेरी जाँ, ओ मेरी जाँ
अब नहीं रहना तेरे बिना
ओ मेरी जाँ...

हारी मैं तुझसे मुँह फेर के
आँखें खुली पर ज़रा देर से
कोई मेरा तुझसा कहाँ
अब नहीं रहना...

तू है तो ठोकर खा लूँगी मैं
काँटों में जीवन बिता लूँगी मैं
ले चल मुझे चाहे जहाँ
अब नहीं रहना...

जिस दिन से देखा यारा तुझे
मंज़िल मंज़िल पुकारा तुझे
पा के तुझे जाना कहाँ
अब नहीं रहना...

अभिमन्यु चक्रव्यूह में - Abhimanyu Chakravyuh Mein (Kishore Kumar, Inquilaab)

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Movie/Album: इंकलाब (1984)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: किशोर कुमार

अभिमन्यु चक्रव्यूह में फँस गया है तू
सम्भल सके तो सम्भल, निकल सके तो निकल
दुश्मनों के जाल से, दोस्तों की चाल से
सम्भल सके तो...

ये खुदगर्ज़ दरिन्दे हैं
इनको कुछ एहसास नहीं
अश्क़ों से बुझने वाली
इनके दिल की प्यास नहीं
ये पियेंगे तेरा लहू
अभिमन्यू चक्रव्यूह में...

भूल भुलैयों के जैसी
तेरे गिर्द लकीरें हैं
होंठों पर हैं पहरे तो
पैरों में ज़ंजीरें हैं
मुश्किलें खड़ी हैं चार सू
अभिमन्यु चक्रव्यूह में...

ओ भोले-भाले पंछी
क़ैद से कैसे छूटेगा
सर टकरा ले कुछ कर ले
ये पिंजरा न टूटेगा
उड़ने की तू ना कर आरज़ू
अभिमन्यू चक्रव्यूह में...

लो मैं बन गया थानेदार - Lo Main Ban Gaya Thanedar (Kishore Kumar, Inquilaab)

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Movie/Album: इंकलाब (1984)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: किशोर कुमार

ऐ लो मैं बन गया थानेदार भईया
अब डर काहे का
रिश्वत ख़ोरी अब न चलेगी
चोरों की चोरी अब न चलेगी
अरे जोरा जोरी अब न चलेगी
अब अपनी है सरकार भईया
अब डर काहे...

अब न किसी से तुम घबराओ
थाने में आओ रपट लिखाओ
किसी की इज़्ज़त अब न लुटेगी
किसी की मेहनत अब न लुटेगी
किसी की दौलत अब न लुटेगी
मैं सबका पहरेदार भईया
अब डर काहे...

तुम मेरे हो मैं तुम सबका
ये रिश्ता है जाने कब का
इन गलियन के हम साथी हैं
इस जीवन के हम साथी हैं
साथी हैं, हम साथी हैं, हम साथी हैं
ना टूटे कभी ये प्यार भईया
अब डर काहे...

बंद यूँ अपनी मुट्ठी कर दी
मैंने सबकी छुट्टी कर दी
दारू का अड्डा अब ना चलेगा
सट्टे पे सत्ता अब ना चलेगा
अरे शहर में सट्टा अब न चलेगा
लम्बू की लम्बी मार ओ भईया
अब डर काहे का...

बनके नज़र दिल की - Banke Nazar Dil Ki (Kishore Kumar, Aasmaan)

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Movie/Album: आसमान (1984)
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: किशोर कुमार

बन के नज़र दिल की ज़ुबाँ
कहने लगी इक दास्ताँ
बन के नज़र...

जाने कैसा है ये अफ़साना
जाने कैसा आया ये ज़माना
अरे तू भी अनजान है
मैं भी तो अनजान हूँ
तू भी कुछ हैरान है
मैं भी कुछ हैरान हूँ
ना जाने क्या बातें हुयीं
तेरे मेरे दरमियाँ
बन के नज़र...

ऐसा लगता है ये सितारे
जैसे करते हैं कुछ इशारे
अरे ना आँखों में नींद है
न दिल में क़रार है
क्या हो जाए क्या पता
कोई ऐतबार है
इक ये उमर दूजे ये रात
उसपे सितम ये समाँ
बन के नज़र...

जब भी तेरी याद आ गयी
दिल को मेरे तड़पा गयी
ग़म की घटा बरसा गयी
आँसू मेरे छलका गयी
आवाज़ दी मैंने तुझे
आवाज़ दे तू है कहाँ
बन के नज़र...

रामा रामा गजब हुई गवा - Rama Rama Gajab Hui Gavaa (Lata Mangeshkar, Naya Zamana)

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Movie/Album: नया ज़माना (1971)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: लता मंगेशकर

हाय राम
रामा रामा गजब हुई गवा रे
हाल हमरा अजब हुई गवा रे
रामा रामा गजब...

आई रुत ये सुहानी
बरसा पहले भी पानी
ये हुआ ना जो अब हुई गवा रे
रामा रामा हो रामा रामा
रामा रामा गजब...

दिल मचल सा गया है
कुछ बदल सा गया है
जाने कैसे ये कब हुई गवा रे
रामा रामा हो रामा रामा
रामा रामा गजब...

किसने जादू चलाया
बरसों में जो हो न पाया
एक पल में वो सब हुई गवा रे
रामा रामा हो रामा रामा
रामा रामा गजब...

तुमसे मिलके ज़िन्दगी को - Tumse Milke Zindagi Ko (Lata Mangeshkar, Chor Police)

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Movie/Album: चोर पुलिस (1983)
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: निदा फाज़ली
Performed By: लता मंगेशकर

तुमसे मिलके ज़िन्दगी को यूँ लगा
जैसे हमको सारी दुनिया मिल गयी
दिल में जागी धड़कनों की रागिनी
हर तमन्ना फूल बनके खिल गयी
तुमसे मिलके ज़िंदगी...

होंठों से वादे लिखें, आँखों से आँखें पढ़ें
टूटे ना ये चाहतों का सिलसिला
तुमसे मिलके ज़िन्दगी...

बागों में मौसम खुले, ख़्वाबों के चेहरे धुले
तुमसे पहले हर खुशी थी बेवजह
तुमसे मिलके ज़िंदगी...

हाल-चाल ठीक-ठाक है - Haal Chaal Theek Thaak Hai (Kishore Kumar, Mukesh, Mere Apne)

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Movie/Album: मेरे अपने (1971)
Music By: सलिल चौधरी
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: किशोर कुमार, मुकेश

हाल-चाल ठीक-ठाक है
सब कुछ ठीक-ठाक है
बीए किया है, एमए किया
लगता है वो भी एँवे किया
काम नहीं है, वरना यहाँ
आपकी दुआ से सब ठीक-ठाक है
हाल-चाल ठीक-ठाक है...

आबो-हवा देश की बहुत साफ़ है
कायदा है, क़ानून है, इंसाफ़ है
अल्लाह-मियाँ जाने कोई जिए या मरे
आदमी को ख़ून-वून सब माफ़ है
और क्या कहूँ
छोटी-मोटी चोरी, रिश्वतखोरी
देती है अपना गुज़ारा यहाँ
आपकी दुआ से बाक़ी ठीक-ठाक है
हाल-चाल ठीक-ठाक है...

गोल-मोल रोटी का पहिया चला
पीछे-पीछे चाँदी का रुपैया चला
रोटी को बेचारी को चील ले गई
चाँदी ले के मुँह, काला कौवा चला
और क्या कहूँ
मौत का तमाशा, चला है बेतहाशा
जीने की फ़ुरसत नहीं है यहाँ
आपकी दुआ से बाक़ी ठीक-ठाक है
हाल-चाल ठीक-ठाक है...

याद तेरी आएगी - Yaad Teri Aayegi (Shabbir Kumar, Ek Jaan Hain Hum)

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Movie/Album: एक जान हैं हम (1983)
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: शहरयार
Performed By: शब्बीर कुमार

याद तेरी आएगी, मुझको बड़ा सताएगी
ज़िद ये झूठी तेरी, मेरी जान ले के जाएगी
याद तेरी आएगी...

तेरा साथ छूटा टूटा दिल तो ये जाना
कितना है मुश्क़िल दिल से यार को भुलाना
दिल का हमेशा से है दुश्मन ज़माना
ग़म ये है तूने मुझे ना पहचाना
याद तेरी आएगी...

बुझ गया सूरज जले चाँद तारे
नज़रें धुआँ हैं धुआँ सारे नज़ारे
मुझे दिल लगाने की क्या तूने सज़ा दी
बिना सोचे समझे दिल की दुनिया जला दी
याद तेरी आएगी...

हँस के सहूँगा सारे दुनिया के ये ग़म
मर भी गया तो होगा प्यार नहीं कम
छीन ले तुझे जो मुझसे किसमें है ये दम
तन से जुदा हैं तो क्या एक जान हैं हम
याद तेरी आएगी...

एक सुबह एक मोड़ पर - Ek Subah Ek Mod Par (Yesudas, Hip Hip Hurray)

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Movie/Album: हिप हिप हुर्रे (1984)
Music By: वनराज भाटिया
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: येसुदास

एक सुबह एक मोड़ पर
मैंने कहा उसे रोक कर
हाथ बढ़ा ऐ ज़िन्दगी
आँख मिला के बात कर

रोज़ तेरे जीने के लिये
एक सुबह मुझे मिल जाती है
मुरझाती है कोई शाम अगर
तो रात कोई खिल जाती है
मैं रोज़ सुबह तक आता हूँ
और रोज़ शुरू करता हूँ सफ़र
हाथ बढ़ा ऐ ज़िंदगी...

तेरे हज़ारों चेहरों में
एक चेहरा है मुझसे मिलता है
आँखों का रंग भी एक सा है
आवाज़ का अंग भी मिलता है
सच पूछो तो हम दो जुड़वा हैं
तू शाम मेरी मैं तेरी सहर
हाथ बढ़ा ऐ ज़िन्दगी...

हो गए दीवाने - Ho Gaye Deewane (Kishore Kumar, Laila)

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Movie/Album: लैला (1984)
Music By: ऊषा खन्ना
Lyrics By: सावन कुमार टक
Performed By: किशोर कुमार

हो गए दीवाने तुमको, देख कर इस हाल में
चौदहवीं का चाँद हो तुम, चौदहवें ही साल में
हो गए हे हे, हो गए आ हा, हो गए दीवाने

ये मचलती कमसिनी और उसपे चढ़ता ये शबाब
एक नकली तिल लगा लो, गाल पर अपने जनाब
बदनज़र से बच के पहुँचोगे पंदरहवें साल में
हो गए दीवाने...

आ गई तुमको हया मेरी ज़रा सी बात पर
लीजिए रख लीजिए दिल मेरा अपने हाथ पर
हम बना लेंगे तुम्हें दुल्हन सोलहवें साल में
हो गए दीवाने...

जाने क्या बात है - Jaane Kya Baat Hai (Lata Mangeshkar, Sunny)

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Movie/Album: सनी (1984)
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: लता मंगेशकर

जाने क्या बात है, जाने क्या बात है
नींद नहीं आती बड़ी लम्बी रात है
जाने क्या बात...

सारी सारी रात मुझे इसने जगाया
जैसे कोई सपना, जैसे कोई साया
कोई नहीं लगता है, कोई मेरे साथ है
जाने क्या बात...

धक-धक कभी से जिया डोल रहा है
घूँघट अभी से मेरा खोल रहा है
दूर अभी तो पिया की मुलाक़ात है
जाने क्या बात...

जब-जब देखूँ मैं ये चाँद सितारे
ऐसा लगता है मुझे लाज के मारे
जैसे कोई डोली, जैसे बारात है
जाने क्या बात...

आज मैं खुश हूँ - Aaj Main Khush Hoon (Asha Bhosle, Abhijeet, Grahan)

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Movie/Album: ग्रहण (2001)
Music By: कार्तिक राजा
Lyrics By: महबूब
Performed By: आशा भोंसले, अभिजीत

आज मैं खुश हूँ
लो तुम ही बोलो मैं हूँ खुश क्यों
जल्दी-जल्दी बोलो चलो
साथ चल रहे हैं
तो इसलिए तुम खुश हो
बात यही है ना कहो
ये क्या बात बोली
चलो मारो ताली
ये सच ही कहा
अई अईयो अई अईयो

कानों की ये बाली
लो चूमे मेरे गालों को
ऐसे क्यों चूमे कहो
जैसे तुम नाचो
वैसे वो भी झूमे नाचे
झूम झूम झूमे सुनो
ये क्या बात बोली...

मुझको ये दुनिया
लो दिखती है सारी उलटी
ऐसी मुझे दिखती है क्यों
तू है सीधी-सादी
तो इसलिए तुझको सुन
दुनिया सारी दिखती हैं यूँ
ये क्या बात बोली...

उड़ जा काले कावाँ - Ud Jaa Kaale Kaawaan (Udit Narayan, Alka Yagnik, Gadar)

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Movie/Album: गदर - एक प्रेम कथा (2001)
Music By: उत्तम सिंह
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: उदित नारायण, अल्का याग्निक, निहार

शादी
उड़ जा काले कावां तेरे मुँह विच खंड पावाँ
ले जा तू संदेसा मेरा, मैं सदके जावाँ
बागों में फिर झूले पड़ गए
पक गयाँ मिठियाँ अम्बियाँ
ये छोटी-सी ज़िन्दगी ते
राता लम्बियाँ-लम्बियाँ
ओ घर आजा परदेसी
कि तेरी-मेरी एक जिंदड़ी

छम-छम करता आया मौसम, प्यार के गीतों का
रस्ते पे अँखियाँ रस्ता देखें, बिछड़े मीतों का
आज मिलन की रात ना छेड़ो बात जुदाई वाली
मैं चुप, तू चुप, प्यार सुने बस, प्यार ही बोले खाली
ओ घर आजा परदेसी...

ओ मितरा, ओ यारा, यारी तोड़ के मत जाना
मैंने जग छोड़ा, तू मुझको, छोड़ के मत जाना
ऐसा हो नहीं सकता, हो जाये तो मत घबराना
मैं दौड़ी आऊँगी, तू बस इक आवाज़ लगाना
ओ घर आजा परदेसी...

खोज
उड़ जा काले कावां तेरे मुँह विच खंड पावाँ
ले जा तू संदेसा मेरा, मैं सदके जावाँ
बागों में फिर झूले पड़ गए
पक गयाँ मिठियाँ अम्बियाँ
ये छोटी-सी ज़िन्दगी ते
राता लम्बियाँ-लम्बियाँ
ओ घर आजा परदेसी
कि तेरी-मेरी एक जिंदड़ी

कितनी दर्द भरी है, तेरी-मेरी प्रेम कहानी
सात समुन्दर जितना अपनी, आँखों में है पानी
मैं दिल से, दिल मुझसे करता, है जब तेरी बातें
सावन आने से पहले हो जाती हैं बरसातें
ओ घर आजा परदेसी...

पर्वत कितने ऊँचे, कितने गहरे होते हैं
कुछ मत पूछो प्यार पे कितने, पहरे होते हैं
इश्क़ में जाने क्या हो जाता, है ये रब ही जाने
तोड़ के सारी दीवारें, मिल जाते हैं दीवाने
ओ ले जा मुझे परदेसी
कि तेरी मेरी एक जिंदड़ी

उदित
छम-छम करता आया मौसम, प्यार के गीतों का
रस्ते पे अँखियाँ रस्ता देखें, बिछड़े मीतों का
सारी-सारी रात जगाये मुझको तेरी यादें
मेरे सारे गीत बने मेरे दिल की फरियादें
ओ घर आजा परदेसी...

कहते हैं जिसको मोहब्बत - Kehte Hain Jisko Mohabbat (Abhijeet, Kavita Krishnamurthy, Grahan)

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Movie/Album: ग्रहण (2001)
Music By: कार्तिक राजा
Lyrics By: महबूब
Performed By: अभिजीत, कविता कृष्णामूर्ति

कहते हैं जिसको मोहब्बत, वो हो तुम
रब ने बनाया जिसे दिल से, वो हो तुम
हुस्न ये गज़ब का, अदायें हैं क़ातिल
जैसे क़यामत के लुट ही गया दिल
तेरे नाम से होती हैं सुबहें ओ हो हो
तेरे नाम से होती हैं शामें ओ हो हो
दिन भर तेरा ख्याल, तेरे ख़्वाब रातों में
तेरा पागलपन है मुझपर जानेमन
कहते हैं जिसको मोहब्बत...

हम काँटों पर सोयेंगे तेरी चाहत में
अंगारों पर भी चलेंगे तेरी चाहत में
तो क़दमों के नीचे मैं तेरे, अपनी हथेली रख दूँगा
इक काँटा भी चुभने न दूँ तुझको
कहते हैं जिसको मोहब्बत...

हमको है यकीं पर फिर भी इतना है कहना
किसी और की सोच भी दिल में ना आने देना
जो मिलती नहीं हमको तुमसे, ऐसी मोहब्बत ओ हमदम
सोचेंगे क्यों ग़ैरों का हम बोलो
कहते हैं जिसको मोहब्बत...

हर घड़ी ढल रही - Har Ghadi Dhal Rahi (Amit Kumar, Saaransh)

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Movie/Album: सारांश (1984)
Music By: अजीत वर्मन
Lyrics By: वसन्त देव
Performed By: अमित कुमार

हर घड़ी ढल रही, शाम है ज़िंदगी
दर्द का दूसरा, नाम है ज़िंदगी
हर घड़ी ढल रही...

आसमाँ है वही, और वही है ज़मीं
है मकाम गैर का, गैर है या हमीं
अजनबी आँख सी आज है ज़िन्दगी
दर्द का दूसरा...

क्यों खड़े राह में, राह भी सो गई
अपनी तो छाँव भी अपने से खो गई
भटके हुए पंछी की रात है ज़िन्दगी
दर्द का दूसरा...

मुसाफ़िर जाने वाले - Musafir Jaane Waale (Udit Narayan, Preeti Uttam, Gadar)

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Movie/Album: गदर - एक प्रेम कथा (2001)
Music By: उत्तम सिंह
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: उदित नारायण, प्रीति उत्तम

मुसाफ़िर जाने वाले
नहीं फिर आने वाले
चलो एक दूसरे को
करें रब दे हवाले
मुसाफ़िर जाने वाले...

बड़ी मुश्किल से दिल में अपने
लोग बसाते हैं कुछ सपने
ये सपने शीशे के खिलौने
टूट के बस लगते हैं रोने
दिलों पे छा जाते हैं
ये बादल काले-काले
चलो एक दूसरे...

ओ दरिया दे पाणियाँ, ए मौजा फिर नहीं आणिया
याद आयेंगी बस जाने वालों की कहानियाँ

ना जाने क्या छूट रहा है
दिल में बस कुछ टूट रहा है
होंठों पर नहीं कोई कहानी
फिर भी आँख में आ गया पानी
नहीं हम भूलने वाले
नहीं तुम भूलने वाले
चलो एक दूसरे...

मैं निकला गड्डी ले के - Main Nikla Gaddi Le Ke (Udit Narayan, Gadar)

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Movie/Album: गदर - एक प्रेम कथा (2001)
Music By: उत्तम सिंह
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: उदित नारायण

मैं निकला ओ गड्डी ले के
ओ रस्ते पर ओ सड़क में
एक मोड़ आया
मैं उत्थे दिल छोड़ आया
एक मोड़ आया...

रब जाने कब गुज़रा अमृतसर
ओ कब जाने लाहौर आया
मैं उत्थे दिल छोड़ आया

उस मोड़ पे वो मुटियार मिली
जट यमला पागल हो गया
उसकी ज़ुल्फों की छाँव में
मैं बिस्तर डाल के सो गया
ओ जब जागा, मैं भागा
सब फाटक, सब सिग्नल मैं तोड़ आया
मैं उत्थे दिल...

बस एक नज़र उसको देखा
दिल में उसकी तस्वीर लगी
क्या नाम था उसका रब जाणे
मुझको रांझे की हीर लगी
ओ मैंने देखा एक सपना
संग उसके नाम अपना, मैं जोड़ आया
मैं उत्थे दिल...

शरमाके वो यूँ सिमट गयी
जैसे वो नींद से जाग गयी
मैंने कहा गल सुन ओ कुड़िये
वो डर के पीछे भाग गयी
वो समझी ओ घर उसके
चोरी से, ओ चुपके से, कोई चोर आया
मैं उत्थे दिल...

हम जुदा हो गये - Hum Judaa Ho Gaye (Preeti Uttam, Udit Narayan, Gadar)

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Movie/Album: गदर - एक प्रेम कथा (2001)
Music By: उत्तम सिंह
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: प्रीति उत्तम, उदित नारायण

हम जुदा हो गये, रास्ते खो गये
मगर हम मिलेंगे, मगर हम मिलेंगे
ये याद रखना, मेरी राह तकना
हम जुदा हो गये...

कागज़ हो तो फाड़ दूँ
धागा हो तो काट दूँ
दुनिया हो तो छोड़ दूँ
वादा कैसे तोड़ दूँ
इस वादे पे मुझको
अब जीना, अब मरना
सजना
हम जुदा हो गये...

ऐ हवा तू ही जा
जा के उनको सुना
हाल मेरा है क्या
कैसे जी रही हूँ मैं
जैसे मर रही हूँ मैं
नाम तेरा रात दिन
याद कर रही हूँ मैं
लोगों ने तोड़ा है
हर सपना मेरे दिल का
सजना
हम जुदा हो गये...

जब कभी मुड़ के - Jab Kabhi Mud Ke (Bhupinder Singh, Asha Bhosle, Hip Hip Hurray)

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Movie/Album: हिप हिप हुर्रे (1984)
Music By: वनराज भाटिया
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: भूपिंदर सिंह, आशा भोंसले

जब कभी मुड़ के देखता हूँ मैं
तुम भी कुछ अजनबी सी लगती हो
मै भी कुछ अजनबी सा लगता हूँ
जब कभी मुड़ के...

साथ ही साथ चलते चलते कहीं
हाथ छूटे मगर पता ही नहीं
आँसुओं से भरी सी आँखों में
डूबी डूबी हुई सी लगती हो
तुम बहुत अजनबी सी लगती हो
जब कभी मुड़ के...

हम जहाँ थे, वहाँ पे अब तो नहीं
पास रहने का भी सबब तो नहीं
कोइ नाराज़गी नहीं है मगर
फिर भी रूठी हुई सी लगती हो
तुम भी अब अजनबी सी लगती हो
जब कभी मुड़ के...

रात उदास नज़्म लगती है
ज़िन्दगी से रस्म लगती है
एक बीते हुए से रिश्ते की
एक बीती घड़ी से लगते हो
तुम भी अब अजनबी से लगते हो
जब कभी मुड़ के...
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