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Channel: Lyrics In Hindi - लफ़्ज़ों का खेल
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वे माही - Ve Maahi (Arijit Singh, Asees Kaur, Kesari)

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Movie/Album: केसरी (2019)
Music By: तनिष्क बागची
Lyrics By: तनिष्क बागची
Performed By: अरिजीत सिंह, असीस कौर

ओ माही वे, ओ माही वे
माही मैनू छडयो ना
के तेरे बिन दिल नइयो लगणा
जित्थे वी तू चलणा ए
माही मैं तेरे पीच्छे-पीच्छे चलणा
तू जी सकदी नहीं
मैं जी सकदा नहीं
कोई दूसरी मैं शर्ता वी रखदा नहीं
क्या तेरे बाजो मेरा
सच्चियाँ मोहब्बताँ वे
ओ माही कित्थे ओर नइयो मिलणा
(ओर नइयो मिलणा)
जित्थे वी तू चलेया हाँ
माही मैं तेरे पीच्छे-पीच्छे चलणा
(पीच्छे-पीच्छे चलणा)

ओ माही वे, ओ माही वे
दिल विच तेरे यारा मैनू रहेण दे
आँखों से ये आँखों वाली गल क्हेण दे
दिल विच तेरे यारा...
धड़कन दिल दी ए तैनू पहचाणे
तू मेरा है, मैं हूँ तेरी, रब भी ये जाने
तू रह सकदी नहीं
मैं रह सकदा नहीं
तेरे बिन यारा और कित्थे तकदा नहीं
क्या तेरे बाजो मेरा
रंग तेरा चढ़या वे
के हुण कोई रंग नइयो चढ़ना
(रंग नइयो चड़ना)
जित्थे वी तू चलेया...

माही मैनू छडयो ना
के तेरे बिन दिल नइयो लगणा
जित्थे वी तू चलणा ए
माही मैं तेरे पीच्छे-पीच्छे चलणा
माही मैनू छडयो ना...

अज्ज सिंह गरजेगा - Ajj Singh Garjega (Jazzy B, Kesari)

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Movie/Album: केसरी (2019)
Music By: चिरंतन भट्ट
Lyrics By: कुँवर जुनेजा
Performed By: जैज़ी बी

पग रंग केसरी
ते गले विच गानी
बाँह विच कड़ा
ये है सिंह दी निशानी
पग रंग केसरी...
चौड़ी छाती डुल्ल डुल्ल
पैंदी है जवानी
सिंह मशहूर सारे
दिंदे ने सलामी

इक इक सिंह सवा लक्ख उत्ते भारी
इक इक सिंह सवा लक्ख उत्ते भारी
बैरियाँ दा दिल तेज धड़केगा
चक्क ले हुण हथियार
वे अज्ज सिंह गरजेगा
चक्क ले हुण हथियार...

हनेरिया तुफान आगे
सिंह नइयो डोलदा
सिंह जैसा सूरमा नि
कोई जग बोल दा
(कोई जग बोल दा, कोई जग बोल दा
लड़ना वी औंदा ए, ते मरना वी औंदा ए
हर जिद्द लई सूली चढ़ना वी औंदा ए
(चढ़ना वी औंदा ए, चढ़ना वी औंदा ए)

ठोक ठोक सीना
बैरियाँ नू ललकाराँगगे
गिण गिण थक जोगे
एन्ने एस्सी माराँगे
सिखिया नूरानी
अस्सी सांहा च उतारी ए
जाण तो वी जादा सड्डी आण सन्नू प्यारी ए

जंग दे मैदान विच जद उतरेगा
जंग दे मैदान विच जद उतरेगा
बिजली तो जादा अज्ज कड़केगा
चक्क ले हुण हथियार...

गरजेगा, वे अज्ज सिंह गरजेगा
गरजेगा, वे अज्ज सिंह गरजेगा

तेरी मिट्टी - Teri Mitti (B Praak, Parineeti Chopra, Kesari)

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Movie/Album: केसरी (2019)
Music By: आर्को प्रावो मुख़र्जी
Lyrics By: मनोज मुंतशिर
Performed By: बी प्राक, परिणीती चोपड़ा

बी प्राक
तलवारों पे सर वार दिए
अंगारों में जिस्म जलाया है
तब जा के कहीं हमने सर पे
ये केसरी रंग सजाया है

ऐ मेरी ज़मीं अफसोस नहीं
जो तेरे लिए सौ दर्द सहे
महफूज़ रहे तेरी आन सदा
चाहे जान मेरी ये रहे न रहे

ऐ मेरी ज़मीं महबूब मेरी
मेरी नस-नस में तेरा इश्क बहे
फीका ना पड़े कभी रंग तेरा
जिस्मों से निकल के खून कहे

तेरी मिट्टी में मिल जावाँ
गुल बणके मैं खिल जावाँ
इतनी सी है दिल की आरज़ू
तेरी नदियों में बह जावाँ
तेरे खेतों में लहरावाँ
इतनी सी है दिल की आरज़ू

सरसों से भरे खलिहान मेरे
जहाँ झूम के भंगड़ा पा न सका
आबाद रहे वो गाँव मेरा
जहाँ लौट के वापस जा न सका
ओ वतना वे, मेरे वतना वे
तेरा-मेरा प्यार निराला था
कुर्बान हुआ तेरी अस्मत पे
मैं कितना नसीबों वाला था
तेरी मिट्टी में मिल जावाँ...
केसरी...

ओ हीर मेरी तू हँसती रहे
तेरी आँख घड़ी भर नम ना हो
मैं मरता था जिस मुखड़े पे
कभी उसका उजाला कम ना हो
ओ माई मेरी क्या फिक्र तुझे
क्यूँ आँख से दरिया बहता है
तू कहती थी तेरा चाँद हूँ मैं
और चाँद हमेशा रहता है
तेरी मिट्टी में मिल जावाँ...

परिणीती चोपड़ा
ओ रान्झणा वे, तेरी साँसों पे
थोड़ा सा वतन का भी हक था
ना देख मुझे यूँ मुड़-मुड़ के
तेरा-मेरा साथ यहीं तक था
ये तेरी ज़मीं तेरे खून से ही
तो सजती सँवरती है रांझे
तेरे इश्क की मैं हक़दार नहीं
तेरी हीर तो धरती है रांझे

तेरी मिट्टी में मिल जावाँ
गुल बणके मैं खिल जावाँ
इतनी सी है दिल की आरज़ू
तेरी नदियों में बह जावाँ
तेरे खेतों (फसलों) में लहरावाँ
इतनी सी है दिल की आरज़ू

ऐ मेरी ज़मीं अफसोस नहीं...

सानू केहन्दी - Sanu Kehndi (Romy, Brijesh Shandilya, Kesari)

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Movie/Album: केसरी (2019)
Music By: तनिष्क बागची
Lyrics By: कुमार
Performed By: रोमी, बृजेश शांडिल्य

लेफ्ट-राइट, लेफ्ट-राइट, लेफ्ट-राइट
लेफ्ट-राइट, परेड थम
जवान पीछे से गाना गाएगा
गाना गा

पटियाला सूट मैनू अज्ज सिलवा दे वे
माही मैनू सोने दियाँ बालियाँ मंगा दे वे
पटियाला सूट मैनू...
ले चल मेले
(ना जी)
असी नि वेले
(हाँ जी)
मेरा तंग हाल
ना तू खींच मेरी खाल
छड मैनू तड़पाना
सानू केहन्दी
(की केहन्दी)
ओ सानू केहन्दी तू लै दे झांझर
नई ते मर जाणा
सानू केहन्दी तू ले दे चूड़ी
नई ते मर जाणा
सानू केहन्दी...

(हाय मर जाणा)

गोली जैसे चलती है धन धन धन धन
गुस्सा जदों करती है ओ
नखरे दिखावे सानू बन ठन ठन
जदों सजदी सँवरदी है ओ
गोली जैसे चलती है...
करती ऑडर
(ना जी)
तोड़े दिल दे बॉडर
(हाँ जी)
मेरा तंग हाल...

मैं तारे - Main Taare (Salman Khan, Notebook)

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Movie/Album: नोटबुक (2019)
Music By: विशाल मिश्रा
Lyrics By: मनोज मुंतशिर
Performed By: सलमान खान

मैं तारे तोड़ के लाऊँ
मेरे इतने लम्बे हाथ नहीं
मैं तारे...
सब के जैसा हूँ मैं भी
कोई मुझमें अलग सी बात नहीं
हाँ मुझमें अलग सी बात नहीं
दिल फिर भी चुपके से
ये पूछ रहा तुमसे
तुम मुझसे ऐ प्यार करोगी क्या
दिल फिर भी...

सपनों में मेरे अजनबी
धीरे से दाखिल हो कभी
गलियों गलियों तेरा किस्सा आम है
सारे चनारों पे लिखा
सारे बहारों पे लिखा
आयत आयत जैसा तेरा नाम है
सपना ये सच कर पाऊँ
मेरे ऐसे तो हालात नहीं
सब के जैसा हूँ मैं भी...

रेशा-रेशा तुझको बुनता हूँ
केसर-केसर तुझको चुनता हूँ
बस एक वहम है यार
मीठा सा भरम है तू
अफवाहें ये भी मैं सुनता हूँ
दिल फिर भी...

सफ़र - Safar (Mohit Chauhan, Notebook)

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Movie/Album: नोटबुक (2019)
Music By: विशाल मिश्रा
Lyrics By: कौशल किशोर
Performed By: मोहित चौहान

ओ बन्देया, ढूँढे है क्या
राहें तेरी, है घर तेरा
चलना वहाँ, जाना वहाँ
खुद तक कहीं, पहुँचे जहाँ
कदम उठा और साथ में हो ले
शहर-शहर ये तुझसे देखो बोले
टुकुर-टुकुर यूँ अपने नैना खोले
ज़िन्दगी पी ले ज़रा
बहती हवाओं के जैसे हैं इरादे
उड़ते परिंदों से सीखी हैं जो बातें
अनजानी राहों पे कोई, मैं चला
मैं सफ़र में हूँ, खोया नहीं
मैं सफ़र में हूँ...

थोड़ा आगे बढ़ें
मैंने जाना ये
सच है तो क्या है
उलझे उलझे सब सवाल
ज़िन्दगी है ये क्या
मैं कौन हूँ
मैंने ये जाना
मुझे मिल ही गए सब जवाब
देखो ना हवा कानों में मेरे कहती क्या
बोली वेख फरीदा मिट्टी खुल्ली
मिट्टी उत्ते फरीदा मिट्टी ढुल्ली
चार दिना दाँ जी ले मेला दुनिया
फिर जाने होना क्या
बहती हवाओं के...

ये कैसा सफ़र है, जो यूँ डूबा रहा
जाता हूँ कहीं मैं, या लौट के आ रहा
वो चेहरे वो आँखें वो यादें पुरानी मुझे पूछतीं
ये नदिया का पानी भी बहता है कहता यही
मैं सफ़र में हूँ...

नई लगदा - Nai Lagda (Vishal Mishra, Asees Kaur, Notebook)

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Movie/Album: नोटबुक (2019)
Music By: विशाल मिश्रा
Lyrics By: अक्षय त्रिपाठी
Performed By: विशाल मिश्रा, असीस कौर

पलकों पे ओस सा तेरा नाम सजा के
रखता हूँ यार मैं तुझे ख़्वाब बना के
पलकों पे ओस सा...
हर क़िस्से पे, हर पन्ने पे, तुझको पढ़ता है
फिरता रहता है पागल सा, बस ये कहता है
कि तुझ बिन
कि तुझ बिन नई लगदा, जी नई लगदा हाय
नई लगदा, जी नई लगदा हाय
नई लगदा, जी मेरा माहिया
कि तुझ बिन नई लगदा...

कैसी दुआएँ, कैसी ये सदाएँ
दिल क्यूँ तुम्हारा सुनता ही नहीं
तुझको बुलाएँ, तुझको ही चाहें
दिल क्यूँ ये मेरा रुकता ही नहीं
कि मेरा हर लम्हा, मेरा इक हिस्सा बन जाना
मेरी ख़्वाहिश जो भी सारी पूरी कर जाना
कि तुझ बिन...

टूटती रही मैं, डूबती रही मैं
ऐसा राबता भी क्या
छूटते नहीं हैं, आस के सिरे ये
तुमसे वास्ता है क्या
तीखी-तीखी धूप में आ के
तू साया कर जा
भीगी-भीगी आँखों को छू लेना हद कर जा
तू आ जा मेरे साजना
कि तुझ बिन नई लगदा...

लैला - Laila (Dhvani Bhanushali, Notebook)

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Movie/Album: नोटबुक (2019)
Music By: विशाल मिश्रा
Lyrics By: अभेन्द्र कुमार उपाध्याय
Performed By: ध्वनि भानुशाली

मेरे सर पे होगी धुन तेरी
तेरे सर पे मेरा फ़तूर होगा
मुझे तुमपे नाज़ है जितना
तुम्हें मुझपे उतना ग़रूर होगा
मैं लैला की तरहा
तू मजनू सा मशहूर होगा
देखना ये एक दिन ज़रूर होगा
देखना ये एक दिन...

चाँदनी से धूप तक
वहीं पे बिखरेगी
जिस जगह मिलेंगे हम
ये देखना
आसमां भी टूटेगा
ज़मीं भी पिघलेगी
जिस जगह मिलेंगे हम
ये देखना
बेचैनियों का समां रहेगा
होगा ये भी देखना
दर्द में ये जहां रहेगा
होगा ये भी देखना
हाँ यही होगा
थोड़ा-थोड़ा तेरा होगा
थोड़ा-थोड़ा मेरा कसूर होगा
मुझे तुमपे नाज़ है जितना...

कोई दिन गर ज़िंदगानी - Koi Din Gar Zindagani (Talat Mahmood, Vinod Sehgal, Mirza Ghalib)

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Movie/Album: मिर्ज़ा ग़ालिब (टीवी) (1988)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: मिर्ज़ा ग़ालिब
Performed By: तलत महमूद, विनोद सहगल

कोई दिन गर ज़िंदगानी और है
अपने जी में हमने ठानी और है

आतिश-ए-दोज़ख़ में ये गर्मी कहाँ
सोज़-ए-ग़म-हाए-निहानी और है

बारहा देखीं हैं उनकी रंजिशें
पर कुछ अब के सर-गिराऩी और है

दे के ख़त मुँह देखता है नामाबर
कुछ तो पैग़ाम-ए-ज़बानी और है

हो चुकी "ग़ालिब"बलाएँ सब तमाम
एक मर्ग-ए-नागहानी और है
कोई दिन गर ज़िंदगानी...

हर तरफ़ हर जगह - Har Taraf Har Jagah (Lata Mangeshkar, Jagjit Singh, Sajda)

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Movie/Album: सजदा (1991)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: निदा फ़ाज़ली
Performed By: जगजीत सिंह, लता मंगेशकर

हर तरफ़ हर जगह बेशुमार आदमी
फिर भी तन्हाइयोँ का शिकार आदमी

सुबह से शाम तक बोझ ढोता हुआ
अपनी ही लाश का ख़ुद मज़ार आदमी
फिर भी तन्हाइयों का...

हर तरफ़ भागते-दौड़ते रास्ते
हर तरफ़ आदमी का शिकार आदमी
फिर भी तन्हाइयों का...

रोज़ जीता हुआ, रोज़ मरता हुआ
हर नये दिन नया इंतज़ार आदमी
फिर भी तन्हाइयों का...

ज़िन्दगी का मुक़द्दर सफ़र-दर-सफ़र
आख़री साँस तक बेक़रार आदमी
फिर भी तन्हाइयों का...

उनके देखे से - Unke Dekhe Se (Jagjit Singh, Mirza Ghalib)

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Movie/Album: मिर्ज़ा ग़ालिब (टी वी सीरियल) (1988)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: मिर्ज़ा ग़ालिब
Performed By: जगजीत सिंह

और बाजार से ले आए
अगर टूट गया
साग़र-ए-जम से मेरा
जाम-ए-सिफ़ाल अच्छा है

उनके देखे से जो आ जाती है
मुँह पर रौनक़
वो समझते हैं के
बीमार का हाल अच्छा है

देखिये पाते हैं उश्शाक़
बुतों से क्या फ़ैज़
इक बरहामन ने कहा है
के ये साल अच्छा है

हमको मालूम है
जन्नत की हक़ीक़त, लेकिन
दिल के ख़ुश रखने को
ग़ालिब, ये ख़याल अच्छा है

बकैती - Bakaiti (Sukhwinder Singh, Benny Dayal, Rana Majumdar, Milan Talkies)

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Movie/Album: मिलन टॉकीज़ (2019)
Music By: राणा मजूमदार
Lyrics By: अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By: सुखविंदर सिंह, बेनी दयाल, राणा मजूमदार

धत तेरी, तेरी ज़माना
हमको ठेंगा फिकर
अपना भेजा है तमंचा
दिल है प्रेशर कुकर
हो, धत तेरी, तेरी ज़माना...
दिल की करेंगे, नक्को डरेंगे
दिल की करेंगे नक्को डरेंगे
दुनिया को दिखा दें आ ज़रा
बकैती, बकैती
बकैती, बकैती...
अर्र धत तेरी, तेरी ज़माना...

हम तो दीवार वाले बच्चन के फैन हैं
इस इलाके के एंग्री यंग मैन हैं
आया गुस्सा झट से कॉलर पकड़ लिया
अपने कल्चर में प्लीज़ कहने पे बैन है
जिनको ज़रूरी, है जी हज़ूरी
जिनको ज़रूरी है जी हज़ूरी
उनपे आज़मायें आ ज़रा
बकैती, बकैती...

नौकरी की तलाश में भागते नहीं
मिल गई तो क़ुबूल है माँगते नहीं
हो आने वाली सुबह क्या ले के आएगी
रात भर इंतज़ार में जागते नहीं
बेरोज़गारी ने जेब मारी
बेरोज़गारी ने जेब मारी
बदले में हमारा पैंतरा
बकैती, बकैती...

शर्त - Shart (Sonu Nigam, Milan Talkies)

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Movie/Album: मिलन टॉकीज़ (2019)
Music By: राणा मजूमदार
Lyrics By: अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By: सोनू निगम

सड़कों पे चाहे महलों में रहे
जितने भी चाहे पहरों में रहे
कोई हमें कभी कर पाए ना जुदा
गिरजा में नहीं मंदिर नहीं
किसी दरगाह के दर पर नहीं
देखा मैंने तेरे चेहरे में ही खुदा
अपने मिलन की कहानी
अधूरी रही तो अधूरी सही
तेरे अलावा न चाहूँ किसी को
ये शर्त खुद से रखी
मैंने शर्त खुद से रखी
सड़कों पे चाहे...

नज़दीक से चाहतों के
दावे तो हमने किए
पर दूर रह के ही समझे
तुम क्या हो मेरे लिये
हो नज़दीक से...
इक बार तुमसे बिछड़े तो जाना
क़ीमत है क्या प्यार की
तेरे अलावा न चाहूँ...

मुश्किल है आना तुम्हारा
माना ये शक है मुझे
फिर भी बिछाईं हैं पलकें
इतना तो हक़ है मुझे
हो मुश्किल है आना...
तकदीर से भी लड़ के रहेगा
ज़िद है तेरे यार की
तेरे अलावा न चाहूँ...

दोस्ती - Dosti (Mohan Kannan, Junglee)

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Movie/Album: जंगली (2019)
Music By: समीर उद्दीन
Lyrics By: कुमार सूर्यवंशी
Performed By: मोहन कन्नन

ओ यारा अपनी यारी
बरसों की है पारी
फिर भी सब लगे नया नया
ओ यारा अपनी यारी
बचपन की हिस्सेदारी
चल नापे यादों का ज़र्रा ज़रा

कंधे पे रख के बस्ता
खुराफाती का लिए रास्ता
शहज़ादों की निकली है सवारी
छोड़ के भी छूटा नहीं
तुझसे बड़ा झूठा नहीं
फिर भी तेरी कसम खाते हैं
तू कहे तो सब सही
तू कहे तो सब गलत
बेफ़िकर हम फिरें सरफ़िरे
याद आएगी तेरी दोस्ती
याद आएगी तेरी दोस्ती
याद आएगी तेरी दोस्ती
तेरी दोस्ती
तेरी दोस्ती

उड़े जो तू, तो मैं पीछे उड़ूँ
गिरे जो तू, तो मैं नीचे गिरूँ
वक़्त की धूल में खो गए, बिन मर्ज़ी
हम अलग हो गए
चल मिल जाएँ हवाओं में
गुब्बारों की तरह
ओ यारा अपनी यारी
कच्चे आमों की पिटारी
चखते थे रोज़ हम ज़रा-ज़रा
हो यारा अपनी यारी
बचपन की हिस्सेदारी
चल नापे यादों का ज़र्रा ज़रा
दूरियाँ कुछ भी रहें
पास है तू बिन कहे
आदतें तेरी अब ना जाएँगी
याद आएगी तेरी दोस्ती...

फ़कीरा घर आजा - Fakeera Ghar Aaja (Jubin Nautiyal, Junglee)

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Movie/Album: जंगली (2019)
Music By: समीर उद्दीन
Lyrics By: अन्विता दत्त गुप्तन
Performed By: जुबिन नौटियाल

तुझको याद है बता
भूली बिसरी वो जगह
उसमें लिपटी वो सुबहा
उस एक आँगन को बना
तू ज़मीं और आसमां
फिरता क्यूँ है यूँ तन्हा

तू ही जो दरमियाँ है
तुझ में और आशियाँ में
कर दे कम फासले तू ओ
दस्तक तू दे यहाँ पे
सुनते हैं दर वहाँ पे
कर दे कम फासले ज़रा

तू छोड़ ज़िद को
फ़कीरा घर आजा
फ़कीरा घर आजा
फ़कीरा घर आ जा

अजनबी शहरों की तू
क्यूँ बाहों में सोए
यूँ गिनता सितारे
मजधार की है आदत
पास में ही थे हमेशा किनारे

तूने दिल पे था लिखा
तेरे घर का पता
सीधे अक्षरों में यूँ
क्यूँ अकेला इस तरह
बांधे मोह की डोरियाँ
उड़ता दिल का पतंगा
तू ही जो दरमियाँ है...

गरजे गजराज हमारे - Garje Gajraj Hamare (Navraj, Gulshan, Hamsika, Abhishek, Junglee)

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Movie/Album: जंगली (2019)
Music By: समीर उद्दीन
Lyrics By: कुमार सूर्यवंशी
Performed By: नवराज हंस, गुलशन कुमार, हम्सिका अय्यर, अभिषेक नेहवाल

शोर मचा है जंगल में
सूँड़ उठाये दंगल में
गरजे गजराज हमारे
गरजे गजराज हमारे
हो शोर मचा है...

इनको न तुम छेड़ो भैया
सनक न जाये इनका पहिया
अरे इनको न तुम छेड़ो भैया
सनक न जाये इनका पहिया
ये वैसे तो कूल है
पर इनका एक उसूल है
ये भूलते न भई कुछ भी
इनसे पंगा लेना भूल है

ये बैठ भी जाएँ
तो होते हैं शेर से ऊपर
ये ता ता थैया करते
बड़े मस्त मौजी बनकर
भागे सारे पाँव पसारे
गरजे जब गजराज हमारे
शोर मचा है जंगल में...

धम धम धम धम धम
काँपे धरा-धरा ये
जब पंजा रखे भरा-भरा ये
हो, धम धम काँपे धरा-धरा
जब पंजा रखे भरा-भरा ये
मृगनयनी आँखों में बस जा
या फिर उनके रस्ते से हट जा
प्यार से बोलो गोद उठा ले
आँख दिखाई तो धोबी पछाड़े

हो इनका जंगली है टशन
खुद में रहते हैं मगन
शेर खान भी करे हैं
उनके सामने जतन
मिल कर धरती अंबर सारे
करते शत-शत नमन तुम्हारे
शोर मचा है जंगल में...

माँ - Maa (Ankit Tiwari, Romeo Akbar Walter)

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Movie/Album: रोमियो अकबर वॉल्टर (2019)
Music By: अंकित तिवारी
Lyrics By: प्रिंस दुबे
Performed By: अंकित तिवारी

धूप जब सताए
आँचल से ढक लेती हो
चोट जब भी आए
संग मेरे रो देती हो
ताबीज़ जो मैं निकाल दूँ
परेशां हो जाती हो तुम
किसी की बुरी नज़र लग जाएगी
प्यार से बताती हो तुम
ओ माँ, याद आती हो
ओ माँ, याद आती हो
ओ माँ, याद आती हो

कहना तेरा जो ना मानूँ
इक अजीब सा दर्द होता है
आँखें भले ही ना रोयें
पर दिल ये मेरा रोता है
मुझे भी फ़िकर तेरी है माँ
पर मैं कहता नहीं
तेरा यूँ चुप रहना माँ
अच्छा मुझे लगता नहीं
ओ माँ याद आती हो...

वंदे मातरम - Vande Matram (Sonu Nigam, Ekta Kapoor, Romeo Akbar Walter)

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Movie/Album: रोमियो अकबर वॉल्टर (2019)
Music By: शब्बीर अहमद
Lyrics By: शब्बीर अहमद
Performed By: सोनू निगम, एकता कपूर

हर क़दम वतन मेरे नाज़ है तेरा
हर क़दम वतन मेरे नाज़ है तेरा
आज़ाद मैं हूँ
और वतन आज़ाद है मेरा
हर क़दम वतन मेरे...
वन्दे मातरम्, वन्दे मातरम्
वन्दे मातरम्, वन्दे मातरम्

हवाएँ कह रहीं, अपनों की दास्ताँ
ऐसे ना मिला, हमको ये गुलसिताँ
सरहदों पे कितने ही शहीदों के लहू बहे
उनकी ये कुर्बानियाँ याद हमें भी रहे
उनके जैसे उड़ने का अंदाज़ है ज़रा
आज़ाद मैं हूँ...

सरफरोशी को चले हैं बाँध के कफ़न
दुश्मनों को करने उनकी मिट्टी में दफ़न
अब जो हमारी तरफ बढ़े कोई कदम
इतिहास से मिटा देंगे बुनियाद उनकी हम
मर के भी मिटने ना दे
मर के भी मिटने ना दे, तिरंगे की ये शान
हिन्दोस्ताँ तेरे लिए दे देंगे अपनी जान
वन्दे मातरम्, वन्दे मातरम्
सुजलाम सुफलाम मातरम्
वन्दे मातरम्
मलयज शीतलाम मातरम्
वन्दे मातरम्, वन्दे मातरम्
वन्दे मातरम्

बुल्लेया - Bulleya (Rabbi Shergill, Shahid Mallya, Romeo Akbar Walter)

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Movie/Album: रोमियो अकबर वॉल्टर (2019)
Music By: सोहेल सेन
Lyrics By: अशोक पंजाबी
Performed By: रब्बी शेरगिल, शाहिद माल्या

ओ बुल्लेया, ओ बुल्लेया, ओ बुल्लेया

अख चक लौ जनाब, थोड़ा तक्क लौ जनाब
सोणा मुख वेख के, कमाल हो गया
अरे अख चक लौ जनाब, थोड़ा तक लौ जनाब
तेरा तकणा बेमिसाल हो गया
हो साड्डी मर्ज़ी सी, सरेआम मर गए
हुस्ना दे तीर, साड्डे उत्ते चल गए
हो साथ तेरा, वाह कमाल हो गया
ओ बुल्लेया, दिल कित्थे चलेया
ओ बुल्लेया...
अख चक लौ जनाब...

हो इश्क दे बदली बरसा, हो जा तू मेरी तरफा
हाँ तेरे पीछे मैं तो, सारा जग भुलेया
आँखें है कितनी सोणी, काजल मैं बन के सोणी
मैं तो तेरी आँखों में ही, जाऊँ घुलेया
हो वेख ले नज़ारे, करते इशारे
मैं नहीं कहता, कहते हैं सारे
हो साथ तेरा, वाह कमाल हो गया
ओ बुल्लेया...

आँखों में ज़्यादा सपने, प्यार के लिए हैं रखने
नींदों ने राहतों का, बूहा खोलेया
दिल में जो अरमां ढक ले
उम्मीदों से ज़्यादा रख ले
मंज़र में खुशियों का रंग डोलेया
हो इक इक कर के, रंग ले नज़ारे
हाथों में भर के, खुशियों के तारे
हो साथ तेरा, वाह कमाल हो गया
ओ बुल्लेया...

तैयारी - Taiyaari (Soumik Sen, Why Cheat India)

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Movie/Album: व्हाई चीट इंडिया (2019)
Music By: सौमिक सेन
Lyrics By: जूही सकलानी
Performed By: सौमिक सेन

जीवन की रेस में
आगे बढ़ रहे हैं
आजकल बच्चे
तैयारी कर रहे हैं
जीवन की रेस में...

दिन शाम रात के, फर्क को मिटा कर
बागी दिमाग को, कुर्सी पे बिठा कर
मस्ती के अरमानों को, चिता पे लिटा कर
बागी दिमाग को, कुर्सी पे बिठा कर
पापा के सपनों के, टैक्स भर रहे हैं
आजकल बच्चे, तैयारी कर रहे हैं

बारहवाँ कप चाय है, थका सा दिमाग है
एंट्रेंस एग्ज़ाम का, बारह मासा राग है
मोटी सी सैलरी, का हरा-भरा बाग़ है
एंट्रेंस एग्ज़ाम का, बारह मासा राग है
ज़िन्दगी कल शुरू होगी, आज मर रहे हैं
आजकल बच्चे, तैयारी कर रहे हैं

इंजिनियर बनना था, ये क्या बन के रह गया
कोचिंग की फैक्ट्री में, पुर्ज़ा सब सह गया
फ़ेलियर का डर छोड़, सब पीछे रह गया
कोचिंग की फैक्ट्री में, पुर्ज़ा सब सह गया
फैमिली के नामों के, झंडे गाड़ रहे हैं
आजकल बच्चे तैयारी कर रहे हैं
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