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Channel: Lyrics In Hindi - लफ़्ज़ों का खेल
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कभी ख़्वाब में - Kabhi Khwab Mein (Talat Aziz, Dilraj Kaur, Daddy)

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Movie/ Album: डैडी (1989)
Music By: राजेश रोशन
Lyrics By: सूरज सनीम
Performed By: तलत अज़ीज़, दिलराज कौर

कभी ख़्वाब में या ख़याल में
कभी ज़िंदगानी की धार पे
मैं अधूरा-सा एक गीत हूँ
मुझे अर्थ दे तू सँवार के
कभी ख़्वाब में...

वो बेनाम-सी कोई जुस्तजू
वो अपने आप से गुफ़्तगू
तुझे छू लिया तो मुझे लगा
दिन आ गए हैं क़रार के
कभी ख़्वाब में...

मेरे दिल की नगरी में बस भी जा
तुझे बख्श दूँ ज़मीं-आसमाँ
मुझे डर है तेरी आवारगी
कहीं दो जहां न उजाड़ दे
कभी ख़्वाब में...

न मिली थी तुम तो था जी रहा
न मिलोगी तो न जी पाऊँगा
मेरी तिश्नगी को जगा दिया
तेरे साथ ने, तेरे प्यार ने
कभी ख़्वाब में...

गो, आज पहली ये रात है
तेरे हाथ में मेरा हाथ है
था बहुत दिनों से ये फ़ैसला
तुझे जीत लूँगी मैं हार के
कभी ख़्वाब में...

मेरी दास्तां मुझे ही - Meri Dastan Mujhe Hi (Lata Mangeshkar, Aao Pyar Karen)

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Movie/Album: आओ प्यार करें (1964)
Music By: उषा खन्ना
Lyrics By: राजेन्द्र कृष्ण
Performed By: लता मंगेशकर

मेरी दास्तां मुझे ही
मेरा दिल सुना के रोये
कभी रो के मुस्कुराये
कभी मुस्कुरा के रोये
मेरी दास्तां मुझे ही...

मिले गम से अपने फ़ुर्सत
तो मैं हाल पूछूँ उसका
शब-ए-ग़म से कोई कह दे
कहीं और जा के रोये
मेरी दास्तां मुझे...

हमें वास्ता तड़प से
हमें काम आँसुओं से
तुझे याद कर के रोये
या तुझे भुला के रोये
मेरी दास्तां मुझे ही…

वो जो आज़मा रहे थे
मेरी बेक़रारियों को
मेरे साथ-साथ वो भी
मुझे आज़मा के रोये
मेरी दास्तां मुझे ही...

ये तेरा घर ये मेरा घर - Ye Tera Ghar Ye Mera Ghar (Jagjit Singh, Chitra Singh, Saath-Saath)

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Movie/Album: साथ-साथ (1982)
Music By: कुलदीप सिंह
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: जगजीत सिंह, चित्रा सिंह

ये तेरा घर ये मेरा घर
किसी को देखना हो गर
तो पहले आ के माँग ले
मेरी नज़र तेरी नज़र
ये तेरा घर ये मेरा घर
ये घर बहुत हसीन है

ना बादलों की छाँव में, ना चांदनी के गाँव में
ना फूल जैसे रास्ते, बने हैं इसके वास्ते
मगर ये घर अजीब है, ज़मीन के करीब है
ये ईंट-पत्थरों का घर, हमारी हसरतों का घर
ये तेरा घर, ये मेरा घर...

जो चांदनी नहीं तो क्या, ये रौशनी है प्यार की
दिलों के फूल खिल गए, तो फ़िक्र क्या बहार की
हमारे घर ना आएगी, कभी खुशी उधार की
हमारी राहतों का घर, हमारी चाहतों का घर
ये तेरा घर, ये मेरा घर...

यहाँ महक वफ़ाओं की, मुहब्बतों का रंग है
ये घर तुम्हारा ख्वाब है, ये घर मेरी उमँग है
ना आरज़ू पे कैद है, ना हौसले पे ज़ंग है
हमारे हौसलों का घर, हमारी हिम्मतों का घर
ये तेरा घर, ये मेरा घर...

इश्क़ न करियो - Ishq Na Kariyo (Mika, Earl, Pyaar Ka Punchnama)

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Movie/Album: प्यार का पंचनामा (2011)
Music By: क्लिंटन सेरेजो
Lyrics By: लव रंजन
Performed By: मिका सिंह, अर्ल

दिल दे टोटा, बण के तोता
मंगता मिर्ची मिर्ची, मिर्ची मिर्ची
हाय सीसी करता फिरौता हाय
काहे जवानी खर्ची, जवानी खर्ची
मारे भी ना चैन से जानम
मारे भगा भगा के
इश्क़ न करियो काके
दिल की बात न सुणियो काके
इश्क़ इश्क दी गली
चे गेड़े ना कडी
इश्कां दे बड़े सियापे
इश्क़ न करियो काके...

हो इश्क दी कोयल बड़ी हरामी
कूँक-कूँक कर वाज़े
फिर काँव-काँव इरीटेट करे
काँव-काँव-काँव इरीटेट करे
इक दिन साळी चंट जनानी
फुर्र-फुर्र उड़ जावे
ब्रेक अप जस्ट लाइक डैट करे
अजी ब्रेक अप जस्ट लाइक डैट करे
महौल बड़ा ये यार सजीदा
किया करम, किन्नों ने कीता
किन्ने राँझे लुट गए आँसू
ठर्रा मिला मिला मिला
मिला मिला मिला मिला के
इश्क ना करियो काके...

क्यूपिड का ये तीर ज़हरीला
जिसके भी घुस जावे
हो खुद ही मर जावे ससुरे के
सर विच भर घुस जावे
गरम चिमटे से भी ना छूटे
ये जोंक ख़ून चूस जावे
करेले के रस से कड़वा
नीम लगे मिठाई
बस दो दिन ही मिले ये पप्पी
फिर हड़ेगी शहनाई
हाय मिट गयी हथ्था दीयां लगी
लड़ जुबां हिला हिला
हिला हिला हिला हिला के
इश्क ना करियो काके...

कभी यूँ भी तो हो - Kabhi Yun Bhi To Ho (Jagjit Singh, Ghazal)

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Movie/Album: सिलसिले (1998)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: जगजीत सिंह

कभी यूँ भी तो हो
दरिया का साहिल हो
पूरे चाँद की रात हो
और तुम आओ
कभी यूँ भी तो हो...

कभी यूँ भी तो हो
परियों की महफ़िल हो
कोई तुम्हारी बात हो
और तुम आओ
कभी यूँ भी तो हो...

कभी यूँ भी तो हो
ये नर्म, मुलायम, ठंडी हवाएँ
जब घर से तुम्हारे गुज़रें
तुम्हारी खुशबू चुराएँ
मेरे घर ले आयें
कभी यूँ भी तो हो...

कभी यूँ भी तो हो
सूनी हर महफ़िल हो
कोई न मेरे साथ हो
और तुम आओ
कभी यूँ भी तो हो...

कभी यूँ भी तो हो
ये बादल ऐसा टूट के बरसे
मेरे दिल की तरह मिलने को
तुम्हारा दिल भी तरसे
तुम निकलो घर से
कभी यूँ भी तो हो...

कभी यूँ भी तो हो
तन्हाई हो, दिल हो
बूँदें हों, बरसात हो
और तुम आओ
कभी यूँ भी तो हो...

कभी यूँ भी तो हो
दरिया का साहिल हो
पूरे चाँद की रात हो
और तुम आओ
कभी यूँ भी तो हो...

जाते जाते वो मुझे - Jaate Jaate Wo Mujhe (Jagjit Singh, Silsilay)

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Movie/Album: सिलसिले (1998)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: जगजीत सिंह

जाते-जाते वो मुझे
अच्छी निशानी दे गया
उम्र भर दोहराऊँगा
ऐसी कहानी दे गया
जाते जाते वो मुझे...

उससे मैं कुछ पा सकूँ
ऐसी कहाँ उम्मीद थी
ग़म भी वो शायद बराए
महरबानी दे गया
उम्र भर दोहराऊँगा...

सब हवाएँ ले गया
मेरे समंदर की कोई
और मुझको एक कश्ती
बादबानी दे गया
उम्र भर दोहराऊँगा...

खैर मैं प्यासा रहा
पर उसने इतना तो किया
मेरी पलकों की कतारों को
वो पानी दे गया
उम्र भर दोहराऊँगा...

हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी - Hazaron Khwahishen Aisi (Jagjit Singh, Mirza Ghalib)

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Movie/Album: मिर्ज़ा ग़ालिब (1988)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: मिर्ज़ा ग़ालिब
Performed By: जगजीत सिंह

हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी, के हर ख़्वाहिश पे दम निकले
बहुत निकले मेरे अरमान, लेकिन फिर भी कम निकले
हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी...

निकलना खुल्द से आदम का सुनते आए हैं लेकिन
बहुत बेआबरू होकर तेरे कूचे से हम निकले
मुहब्बत में नहीं है फ़र्क जीने और मरने का
उसी को देखकर जीते हैं, जिस काफ़िर पे दम निकले
हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी...

ख़ुदा के वास्ते पर्दा न काबे इसे उठा ज़ालिम
कहीं ऐसा ना हो याँ  भी वही काफ़िर सनम निकले
कहाँ मयखाने का दरवाज़ा 'ग़ालिब'और कहाँ वाइज़
पर इतना जानते हैं कल वो जाता था के हम निकले
हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी...

दुनिया से दिल लगाकर - Duniya Se Dil Lagakar (Jagjit Singh, Ghazal)

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Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: चराग हसन हसरत
Performed By: जगजीत सिंह

दुनिया से दिल लगाकर दुनिया से क्या मिलेगा
याद-ए-ख़ुदा किए जा, तुझको ख़ुदा मिलेगा

दौलत हो या हुकूमत, ताक़त हो या जवानी
हर चीज़ मिटने वाली, हर चीज़ आनी-जानी
ये सब गुरूर इक दिन मिट्टी में जा मिलेगा
याद-ए-ख़ुदा किए जा...

आता नहीं पलट कर गुज़रा हुआ ज़माना
क्या ख्वाब का भरोसा, क्या मौत का ठिकाना
ये ज़िंदगी गँवाकर क्या फ़ायदा मिलेगा
याद-ए-ख़ुदा किए जा...

तक़दीर जो दिखाए चुपचाप देखता चल
ईमान के सहारे, नेकी का रस्ता चल
इस रास्ते पे आकर हर रास्ता मिलेगा
दुनिया से दिल लगाकर...

मेरे दिल में तू ही तू है - Mere Dil Mein Tu Hi Tu Hai (Jagjit Singh, Chitra Singh, Bhavna)

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Movie/Album: भावना (1996)
Music By: बप्पी लहरी
Lyrics By: कैफ़ी अज्मी
Performed By: जगजीत सिंह, चित्रा सिंह

मेरे दिल में तू ही तू है
दिल की दवा क्या करूँ
दिल भी तू है, जाँ भी तू है
तुझ पे फ़िदा क्या करूँ
मेरे दिल में तू...

खुद को खो के, तुझको पा कर
क्या-क्या मिला क्या कहूँ
तेरी हो के जीने में क्या
आया मज़ा क्या कहूँ
कैसे दिन हैं, कैसी रातें
कैसी फिज़ा क्या कहूँ
मेरी हो के तूने मुझको
क्या-क्या दिया क्या कहूँ
मेरे पहलू में जब तू है
फिर मैं दुआ क्या करूँ
दिल भी तू है...

है ये दुनिया, दिल की दुनिया
मिल के रहेंगे यहाँ
लूटेंगे हम खुशियाँ हर पल
दुख ना सहेंगे यहाँ
अरमानों के चंचल धारें
ऐसे बहेंगे यहाँ
ये तो सपनों की जन्नत है
सब ही कहेंगे यहाँ
ये दुनिया मेरे दिल में बसी है
दिल से जुदा क्या करूँ
दिल भी तू है...

जाग के काटी - Jaag Ke Kaati (Jagjit Singh, Leela)

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Movie/Album: लीला (2002)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: जगजीत सिंह

जाग के काटी सारी रैना
नैनों में कल ओस गिरी थी
जाग के काटी...

प्रेम की अग्नि बुझती नहीं है
बहती नदिया रुकती नहीं है
सागर तक बहते दो नैना
जाग के काटी...

रूह के बन्धन खुलते नहीं हैं
दाग हैं दिल के धुलते नहीं हैं
करवट-करवट बाँटी रैना
जाग के काटी...

दर्द अपना लिख ना पाए - Dard Apna Likh Na Paye (Jagjit Singh, Ghazal)

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Movie/Album: कहानी गुड़िया की (2008)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: मदन पाल
Performed By: जगजीत सिंह

दर्द अपना लिख ना पाए, ऊँगलियाँ जलती रहीं
रस्मों के पहरे में, दिल की चिट्ठियाँ जलती रहीं
दर्द अपना लिख ना पाए...

ज़िन्दगी की महफिलें सजती रहीं हर पल मगर
मेरे कमरे में मेरी तन्हाइयाँ जलती रहीं
दर्द अपना लिख ना पाए...

बारिशों के दिन गुज़ारे, गर्मियाँ भी कट गयीं
पूछ मत हमसे कि कैसे सर्दियाँ जलती रहीं
दर्द अपना लिख ना पाए...

तुम तो बादल थे, हमें तुमसे बड़ी उम्मीद थी
उड़ गए बिन बरसे तुम भी, बस्तियाँ जलती रहीं
दर्द अपना लिख ना पाए...

तमन्नाओं को खिलने दे - Tamannaon Ko Khilne De (Lata Mangeshkar, Aao Pyar Karen)

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Movie/Album: आओ प्यार करें (1964)
Music By: उषा खन्ना
Lyrics By: राजेंद्र कृष्ण
Performed By: लता मंगेशकर

तमन्नाओं को खिलने दें, इरादों को जवां कर लें
मोहब्बत का ये मौसम है, चलो गुस्ताखियाँ कर लें
तमन्नाओं को खिलने दें...

कहाँ तक आरज़ुओं को कोई दिल में दबा रखे
अगर होंठों पे पहरे हैं, तो आँखों को ज़ुबां कर लें
मोहब्बत का ये मौसम है...

कभी हम तुम पे मर बैठें, कभी तुम हम पे मिट जाओ
हमें तुम आज़मा लो, हम तुम्हारा इम्तेहां कर लें
मोहब्बत का ये मौसम है...

आँखों में बसे हो तुम - Aankhon Mein Base Ho Tum (Abhijeet, Alka Yagnik, Takkar)

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Movie/Album: टक्कर (1995)
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: माया गोविन्द
Performed By: अभिजीत, अल्का याग्निक

आँखों में बसे हो तुम
तुम्हें दिल में छुपा लूँगा
जब चाहूँ तुम्हें देखूँ
आईना बना लूँगा

आँखों में बसे हो तुम
तुम्हें दिल में छुपा लूँगी
जब चाहूँ तुम्हें देखूँ
आईना बना लूँगी
आँखों में बसे हो...

तकदीर मेरी अब तो तकदीर तुम्हारी है
जहाँ दिल था कभी मेरा तस्वीर तुम्हारी है
ये लब जो तेरे लरज़े, मेरे दिल में हुई हलचल
मेरा चैन चुराता है तेरी आँख का काजल
अभी चैन चुराया है
कल तुम्हें चुरा लूँगी
जब चाहूँ तुम्हें देखूँ...

तू पास जो मेरे है, क्या काम बहारों से
ये चमकीले नैना क्या काम सितारों से
तेरे नाम की धड़कन हो, तेरे नाम की साँसें हो
इक पल ना जुदा हो तुम आँखों में आँखें हो
कोई नाम-ए-वफ़ा पूछे
मैं नाम तेरा लूँगा
जब चाहूँ तुम्हें देखूँ...

आँखों में बसाया था - Aankhon Mein Basaya Tha (Kumar Sanu, Takkar)

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Movie/Album: टक्कर (1995)
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: माया गोविन्द
Performed By: कुमार सानू

आँखों में बसाया था
तुम्हें दिल में छुपाया था
जब चाहूँ तुम्हें देखूँ
आइना बनाया था
आँखों में बसाया...

आँखों में अँधेरा है, विराना सेहरा है
ना जाने मेरा वो चाँद, किस शहर में उतरा है
जीने का बता तू ही, अब क्या अरमान करूँ
मर जाने का ऐ दिल, कोई सामान करूँ
एक साथ जीयेंगे हम
क्यों ख़्वाब दिखाया था
जब चाहूँ तुम्हें देखूँ...

क्या जान सकोगे तुम, दिन कैसे गुज़रता है
इक पल भी नहीं गुज़रे, हाँ ऐसे गुज़रता है
ना चैन ही आता है, ना नींद ही आती है
तेरी याद आती है, आकर तड़पाती है
मैंने तो तुझे जानम
पलकों पे बिठाया था
जब चाहूँ तुम्हें देखूँ...

हम उनसे मोहब्बत करके - Hum Unse Mohabbat Karke (Sadhana Sargam, Kumar Sanu, Gambler)

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Movie/Album: गैम्बलर (1995)
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: नवाब आरज़ू
Performed By: साधना सरगम, कुमार सानू

हम उनसे मोहब्बत करके
दिन रात सनम रोते हैं
मेरी नींद गई, मेरा चैन गया
और चैन से वो सोते हैं
हम उनसे मोहब्बत...

दिल को धड़कना तुम्हीं ने सिखाया
मुझे तेरी चाहत ने पागल बनाया
जाने ये कैसी है बेकरारी
कटती है आँखों में अब रात सारी
तेरे सीने में हम दिल बन के
सनम बुझते हैं कभी जलते हैं
मेरी नींद गई...

हमें आशिकी का मज़ा आ रहा है
गुलाबी-गुलाबी नशा छा रहा है
साँसों में घुल जाऊँ मैं साँस बन के
रहूँ तेरे दिल में तेरी आस बन के
चाहत की कसम बिछड़ेंगे ना हम
बस इतनी दुआ करते हैं
मेरी नींद गई...

मेरी मर्ज़ी - Meri Marzi (Devang Patel, Gambler)

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Movie/Album: गैम्बलर (1995)
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: विनय दवे
Performed By: देवांग पटेल

मेरी मर्ज़ी
मैं चाहे ये करूँ, मैं चाहे वो करूँ
मैं चाहे यहाँ जाऊँ, मैं चाहे वहाँ जाऊँ
गोरे को मैं कहूँ काला
जीजा को मैं बोलूँ साला
नदी को मैं बोलूँ नाला
चाबी बिना खोलूँ ताला
मेरे बारे में कुछ कहना नहीं
चुपचाप बैठे रहो बोलना नहीं
मुझे समझाना मत झूठ सही
चाहे पी जाऊँ मैं चाय-काफी डाल के दही

मेरी मर्ज़ी
हर चौराहे पर मैं अपनी मूर्ति लगवाऊँ
न्यूज़ पेपर काट के अपना सूट मैं बनवाऊँ
हॉस्पिटल में जा के मैं ज़ोरों से चिल्लाऊँ
पहलवान को गोद में ले के लोरी सुनाऊँ
दो-सौ तीन-सौ चार-सौ के छपवाऊँ नकली नोट
आलू टमाटर को मारूँ क्रिकेट के शॉट
स्विमिंग पूल में तैरने जाऊँ पहन के कुर्ता धोती
बड़ी लाटरी लगे कभी तो रखूँ सूरत रोती
मुझे अब रोको नहीं, मुझे अब टोको नहीं
मेरा कहा सुन के, तुम ऐसे अब चौंको नहीं
नकली दाढ़ी मूँछ लगा के बन जाऊँ मैं चोर
अपने घर में चोरी करके खूब मचाऊँ शोर
पानी पे मैं राशन रखूँ मुफ्त में बेचूँ तेल
कंकर पत्थर धूल डाल कर सबको दे दूँ भेल
मैं चाहे ये करूँ, मैं चाहे वो करूँ
मेरी मर्ज़ी

मेरी मर्ज़ी
मैं अपनी शादी में ना जाऊँ मेरी मर्ज़ी
मैं पैरों से तबले बजवाऊँ मेरी मर्ज़ी
मैं बीच सड़क बिस्तर लगवाऊँ मेरी मर्ज़ी
मैं कुतुब मीनार पे घर बनवाऊँ मेरी मर्ज़ी

टाई की जगह पे मैं बांधू लम्बा काला नाग
सफ़ेद कुर्ते पर लगवाऊँ बूट पॉलिश के दाग
त्योहारों में पहन के निकलूँ मैं जूतों का हार
बैलों के पीछे लगवाऊँ मैं तो मोटर कार
रसगुल्ले में मिर्ची डालूँ, दूध में डालूँ व्हिस्की
अपनी घरवाली से पूछूँ, तू है बीवी किसकी
तांगे वाले से उड़वाऊँ बोईंग जंबो जेट
भिखारी को भीख में दे दूँ, दो बेडरूम का फ्लैट
मुझे अब रोको नहीं, मुझे अब टोको नहीं
मेरा कहा सुन के तुम, ऐसे अब चौंको नहीं
हलवाई को नाई कह दूँ, धोबी को मैं माली
फिल्म फालतू देख के मैं तो खूब बजाऊँ ताली
सर पे अपने मोज़े पहनूँ, हाथ में पहनूँ बूट
पेट्रोल के संग ऑइल मिला के मारूँ दो-दो घूँट
मैं चाहे ये करूँ...

मेरी मर्ज़ी
मैं सूट के संग पहनूँगा साड़ी मेरी मर्ज़ी
मैं बांधूँ कुछ अपने पिछवाड़े मेरी मर्ज़ी
मैं भूतों की तस्वीरें खींचूँ मेरी मर्ज़ी
मैं शरबत से खेतों को सींचूँ मेरी मर्ज़ी

न्यूज़ रीडर को मैं बोलूँ गाओ तुम कव्वाली
लेक्चर दे कोई तो कह दूँ चुप हो जा मवाली
रिश्वत लेने वालों से मैं माँगूँ कन्सेशन
डॉक्टर के हाथों पे मारूँ घोड़े का इंजेक्शन
झूठ बोल कर चोरों को पहनाऊँगा चोली
देश के संग गद्दारों को मारूँगा मैं गोली
काला धन लेने वालों को दूँगा नकली नोट
ढोंगी समाजसेवक को ना दूँगा अपना वोट
मुझे अब रोको नहीं, मुझे अब टोको नहीं
मेरा कहा सुन के तुम, ऐसे अब चौंको नहीं
कोई दंगा करे जो उसको लगवाऊँगा जेल
फाँसी देकर आतंकवाद का ख़तम करूँगा खेल
मैं जीवन का ये गाना मेरी मर्ज़ी से गाऊँ
मैं अपनी मर्ज़ी से जीयूँ, मर्ज़ी से मर जाऊँ
मैं चाहे ये करूँ...

मेरी मर्ज़ी
ऐ लफड़े झगड़े गायब हो जा मेरी मर्ज़ी
ऐ देश के दुश्मन तू चुप हो जा मेरी मर्ज़ी
ऐ भारत देश तू आगे हो जा मेरी मर्ज़ी
ऐ मेरी मर्ज़ी तू सच हो जा मेरी मर्ज़ी
मैं चाहे ये करूँ...

मारूँगा मैं सौ जूते जो लगाओगे लांछन
मर जाओगे खुद ही जो सच्चे को दोगे टेंशन
भूले से भी लेना नहीं तुम मेरा नाम
गाना मेरा सुनो और करो अपना काम
मेरी मर्ज़ी
अब मेरे को नहीं गाना है
मेरी मर्ज़ी

दिल ने दिल से इकरार किया - Dil Ne Dil Se Iqraar Kiya (Alka Yagnik, Hariharan, Haqeeqat)

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Movie/Album: हक़ीक़त (1995)
Music By: दिलीप सेन-समीर सेन
Lyrics By: नवाब आरज़ू
Performed By: अल्का याग्निक, हरिहरन

दिल ने दिल से इकरार लिया
हमने तुमसे प्यार किया
जानेमन जाने बहार
आ कर ले जी भर के प्यार
दिल ने दिल से...

बढ़ता ही जाये नशा प्यार का धीरे-धीरे
तुम बिन हम हैं अधूरे
दिल में रहे एक चुभन प्यार की तेरे-मेरे
ऐसे ही सांझ-सवेरे
वादा हमने दिलदार किया
हमने तुमसे...

दुनिया चले ना चले तुम मेरे साथ चलना
ऐसे ही हँसते रहना
यूँ ही रहे साथ हाथों में ये हाथ अपना
टूटे ना प्यारा सपना
दिल का सौदा एक बार किया
हमने तुमसे...

इक निग़ाह में - Ik Nigah Mein (Alisha Chinai, Kumar Sanu, Gundaraj)

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Movie/Album: गुंडाराज (1995)
Music By: अनु मलिक
Lyrics By: ज़फर गोरखपुरी
Performed By: अलीशा चिनाय, कुमार सानू

आया देखो न आया
दिल का लुटेरा बचना ज़रा

न जाने इक निग़ाह में
क्या ले गया कोई
मेरी तो ज़िन्दगी
चुरा ले गया कोई
न जाने इक निग़ाह...

अब कैसे चैन आये बता ऐ निग़ाह-ए-यार
अब दिल पे इख़्तियार है ना खुद पे इख़्तियार
ना लब हिले ना सीने में हलचल कहीं हुई
दिल हार आये और ख़बर भी नहीं हुई
चुपके से हमको अपना बना ले गया कोई
मेरी तो ज़िन्दगी...

ये बेख़ुदी ये मस्त निग़ाहों की तेरी छाँव
रखते कहीं है पाँव तो पड़ते कहीं है पाँव
ये हाल-ए-दिल हुआ है तेरी आशिकी के बाद
हमको तो अब हमारा पता भी नहीं है याद
साँसों में अपनी हमको छुपा ले गया कोई
मेरी तो ज़िन्दगी...

सांवली सलोनी तेरी - Sanwali Saloni Teri (Kumar Sanu, Alka Yagnik, Hum Sab Chor Hain)

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Movie/Album: हम सब चोर हैं (1995)
Music By: बप्पी लाहिरी
Lyrics By: नवाब आरज़ू
Performed By: कुमार सानू, अल्का याग्निक

साँवली सलोनी तेरी झील-सी आँखें
इनमें न जाने कहाँ खो गया है मेरा दिल
साँवरे सलोने तेरी मीठी-मीठी बातें
कर दिया तूने मेरा प्यार में जीना मुश्किल

मैंने कोरे दिल पे हमदम
तेरा नाम लिखा है
मैंने तेरे नाम ये अपने
सुबह-शाम लिखा है
रूप है तेरा मेरी आँखों में
खुशबू है तेरी मेरी साँसों में
चेहरे को ऐसे चूमे ज़ुल्फ़ें तुम्हारी
जैसे के लहरों से मिल जाये कोई साहिल
सांवली सलोनी तेरी...

तू ख्यालों में ख़्वाबों में
हर पल तेरी बातें
जैसे तैसे दिन कटता है
कटती नहीं हैं रातें
नींद तूने लूटी, चैन मेरा छीना
बिन तेरे नहीं, अब हमें जीना
लगती है ऐसे तेरे होठों की लाली
जैसे की फूलों में हो दिन का रंग शामिल
सांवली सलोनी तेरी...

फ़लक़ से तोड़ के - Falak Se Tod Ke (Md.Rafi, Aan Milo Sajna)

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Movie/Album: आन मिलो सजना (1971)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मोहम्मद रफ़ी

फलक से तोड़कर देखो सितारें लोग लाए हैं
मगर मैं वो नहीं लाया जो सारे लोग लाए हैं
कोई नज़राना लेकर आया हूँ, मैं दीवाना तेरे लिए
आज छलका है खुशियों से दिल का पैमाना तेरे लिए
कोई नज़राना लेकर...

सभी के दिलों को ये धड़का रहा है
समा साज़-ए-दिल पे ग़ज़ल गा रहा है
सारी बातें रुक गई हैं, सबकी आँखें झुक गई हैं
तेरी महफ़िल में आया शायर कोई मस्ताना तेरे लिए
कोई नज़राना लेकर...

कहेंगी निगाहें, सुनेंगी निगाहें
जुबां से ना होगी बयाँ ये कहानी
हो मुबारक ये हसीं दिन, कोई समझा ना तेरे बिन
मेरे चेहरे पे दिल ने लिखा है, इक अफसाना तेरे लिए
कोई नज़राना लेकर...

तुझे दुश्मनों की नज़र लग न जाए
रहे दूर तुझसे सदा ग़म के साए
गनगुनाए तू हमेशा, मुस्कुराए तू हमेशा
गुलशन बन जाए उम्मीदों का, हर इक वीराना तेरे लिए
कोई नज़राना लेकर...
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