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Channel: Lyrics In Hindi - लफ़्ज़ों का खेल
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धीरे जलना - Dheere Jalna (Sonu Nigam, Shreya Ghoshal)

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Movie/Album: पहेली (2005)
Music By: एम.एम.क्रीम
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: सोनू निगम, श्रेया घोषाल

धीरे जलना, धीरे जलना, धीरे जलना
ज़िन्दगी की लौ पे जलना
धीरे धीरे धीरे धीरे धीरे जलना
ज़िन्दगी की लौ पे जलना
कांच का सपना, गल ही न जाए
सोच समझ के आंच रखना

धीरे जलना, धीरे जलना, धीरे जलना
धीरे जलना, धीरे जलना, धीरे जलना
धीरे धीरे धीरे धीरे धीरे जलना
होना है जो होना है वो होने से तो रुकता नहीं
आसमान तो झुकता नहीं
धीरे जलना...

तेरे रूप की हलकी धूप में दो ही पल हैं, जीने हैं
तेरी आँख में देख चुका हूँ वो सपने हैं, सीने हैं
आँखों में सपनों की किरचें हैं, चुभती हैं
धीरे जलना...

सोचा ना था, ज़िन्दगी ऐसे फिर से मिलेगी जीने के लिए
आँखों को प्यास लगेगी, अपने ही आंसू पीने के लिए
धीरे जलना...

ये ज़िन्दगी उसी की है - Ye Zindagi Usi Ki Hai (Lata Mangeshkar, Anarkali)

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Movie/Album: अनारकली (1953)
Music By: सी.रामचन्द्र
Lyrics By: राजिंदर कृष्ण
Performed By: लता मंगेशकर

ये ज़िन्दगी उसी की है, जो किसी का हो गया
प्यार ही में खो गया
ये ज़िन्दगी उसी...

ये बहार, ये समा, कह रहा है प्यार कर
किसी की आरज़ू में अपने दिल को बेक़रार कर
ज़िन्दगी है बेवफ़ा, लूट प्यार का मज़ा
ये ज़िन्दगी उसी...

धड़क रहा है दिल तो क्या, दिल की धड़कनें ना गिन
फिर कहाँ ये फ़ुर्सतें, फिर कहाँ ये रात-दिन
आ रही है ये सदा, मस्तियों में झूम जा
ये ज़िन्दगी उसी...

जो दिल यहाँ न मिल सके, मिलेंगे उस जहान में
खिलेंगे हसरतों के फूल, जा के आसमान में
ये ज़िन्दगी चली गई जो प्यार में तो क्या हुआ
ये ज़िन्दगी उसी...

सुनाएगी ये दास्तां, शमा मेरे मज़ार की
फ़िज़ा में भी खिली रही, ये कली अनार की
इसे मज़ार मत कहो, ये महल है प्यार का
ये ज़िन्दगी उसी...

ऐ ज़िंदगी की शाम आ, तुझे गले लगाऊं मैं
तुझी में डूब जाऊं मैं, जहां को भूल जाऊं मैं
बस इक नज़र मेरे सनम
अल्विदा, अल्विदा...

आ जान-ए-वफ़ा - Aa Jaan-e-Wafa (Anarkali, Geeta Dutt)

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Movie/Album: अनारकली (1953)
Music By: वसंत प्रकाश
Lyrics By: जां निसार अख़्तर
Performed By: गीता दत्त

वफ़ा की लाज रह जाएगी आजा तेरे आने से
मोहब्बत की नज़र नीची ना हो जाए ज़माने से

आ जान-ए-वफ़ा
कहते हैं किसे प्यार ज़माने को दिखा दे
दुनिया की नज़र इश्क के क़दमो पे झुका दे
आ जान-ए-वफ़ा...

आजा ये मेरा नाज़ उठाना ही पड़ेगा
जब प्यार किया है तो निभाना ही पड़ेगा
आ दिल के लिए जान की बाज़ी भी लगा दे
दुनिया की नज़र...

आ प्यार के तूफ़ान मे लहरा के चला आ
हर क़ैद को हर रस्म को ठुकरा के चला आ
आशिक है तो हर चीज़ मुहब्बत पे लुटा दे
दुनिया की नज़र...

दीवाना मोहब्बत का कही डर के रुका है
दरबार मे शाहों के कहीं इश्क झुका है
खुद इश्क के दरबार में शाहों को झुका दे
आ जान-ए-वफ़ा...

जाग दर्द-ए-इश्क़ - Jaag Dard-e-Ishq (Lata, Hemant, Anarkali)

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Movie/Album: अनारकली (1953)
Music By: सी.रामचंद्र
Lyrics By: राजिंदर कृष्ण
Performed By: लता मंगेशकर, हेमंत कुमार

जाग दर्द-ए-इश्क़ जाग, जाग दर्द-ए-इश्क़ जाग
दिल को बेक़रार कर, छेड़ के आँसुओं का राग
जाग दर्द-ए-इश्क़ जाग...


आँख ज़रा लगी तेरी, सारा जहान सो गया
ये ज़मीन सो गई, आसमान सो गया
सो गया प्यार का सुहाग
जाग, जाग...


किसको सुनाऊँ दास्तां, किसको दिखाऊँ दिल के दाग़
जाऊँ कहाँ कि दूर तक, जलता नहीं कोई चिराग़
राख बन चुकी है आग, राख बन चुकी है आग
दिल को बेक़रार कर, छेड़ के आँसुओं का राग
जाग दर्द-ए-इश्क़...

ऐसी चली हवा-ए-ग़म, ऐसा बदल गया समा
रूठ के मुझ से चल दिये, मेरी खुशी के कारवां
डस रहें हैं ग़म के नाग
जाग दर्द-ए-इश्क़...

मोहब्बत ऐसी धड़कन है - Mohabbat Aisi Dhadkan Hai (Lata Mangeshkar, Anarkali)

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Movie/Album: अनारकली (1953)
Music By: सी.रामचंद्र
Lyrics By: हसरत जयपुरी
Performed By: लता मंगेशकर

इस इंतेज़ार-ए-शौक को जनमों की आस है
इक शम्मा जल रही है, तो वो भी उदास है

मोहब्बत ऐसी धड़कन है, जो समझाई नहीं जाती
ज़ुबां पर दिल की बेचैनी, कभी लाई नहीं जाती
मोहब्बत ऐसी धड़कन है

चले आओ, चले आओ, तक़ाज़ा है निगाहों का
किसी की आरज़ू ऐसे, तो ठुकराई नहीं जाती
मोहब्बत ऐसी धड़कन है...

मेरे दिल ने बिछाए हैं, सजदे आज राहों में
जो हालत आशिक़ी की है, वो बतलाई नहीं जाती
मोहब्बत ऐसी धड़कन है...

मुहब्बत में ऐसे क़दम - Mohabbat Mein Aise Kadam (Lata Mangeshkar, Anarkali)

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Movie/Album: अनारकली (1953)
Music By: सी.रामचंद्र
Lyrics By: राजिंदर कृष्ण
Performed By: लता मंगेशकर

मुझे इल्ज़ाम न देना मेरी बेहोशी का
मेरी मजबूर मुहब्बत की ये रुसवाई है
मुहब्बत में ऐसे क़दम डगमगाये
ज़माना ये समझा के हम पीके आये

जिसे काम हो रात दिन आँसूओं से
उसे हुक़्म ये है हंसे और हंसाये
ज़माना ये समझा...

किसी की मुहब्बत में मजबूर होकर
हम उन तक तो पहुँचे, वो हम तक न आये
ज़माना ये समझा...

वो जिनके लिये ज़िंदगानी लुटा दी
ये बैठे हुए हैं मेरा दिल चुराये
ज़माना ये समझा...

छुपोगे कहाँ तक नज़र तो मिलाओ
तुम्हारी बला से मेरी जान जाये
ज़माना ये समझा...

मुझसे मत पूछ मेरे - Mujhse Mat Pooch Mere (Lata Mangeshkar, Anarkali)

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Movie/Album: अनारकली (1953)
Music By: सी.रामचंद्र
Lyrics By: राजिंदर कृष्ण
Performed By: लता मंगेशकर

दिल की लगी है क्या, ये कभी दिल लगा के देख
आँसू बहा के देख, कभी मुस्करा के देख
परवाना जल रहा है, मगर जल रहा है क्या
ये राज़ जानना है तो, खुद को जला के देख

मुझसे मत पूछ मेरे इश्क़ में क्या रखा है
एक शोला है जो सीने में छूपा रखा है

दाग-ए-दिल दाग-ए-जिगर दाग-ए-तमन्ना लेकर
मैंने वीरान बहारों को सजा रखा है
मुझसे मत पूछ मेरे...

है ज़माना जिसे बेताब मिटाने के लिये
मैंने उस याद को सीने से लगा रखा है
मुझसे मत पूछ मेरे...

देखनेवाले मुझे दर्द-ए-मुहब्बत की कसम
मैंने इस दर्द में दुनिया को भुला रख है
मुझसे मत पूछ मेरे...

ए री पवन - Ae Ri Pawan (Lata Mangeshkar, Bemisal)

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Movie/Album: बेमिसाल (1982)
Music By: आर.डी.बर्मन
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By:लता मंगेशकर

ए री पवन, ढूँढे किसे तेरा मन चलते चलते
बावरी सी तू फिरे, कौन है तेरा सजन

बादल से तेरा क्या है कुछ नाता
काहे झूमे नाचे गाये, आये जब सावन
बावरी सी तू...

मन के द्वारे से, चोरी चुपके से
सपनों की तू पायल बाँधे, गुज़रे छननन छन
बावरी सी तू...

एक अकेली तू, मेरी सहेली तू
जिसका कोई साथी नाही, उसका क्या जीवन
बावरी सी तू...

दुआ कर ग़म-ए-दिल - Dua Kar Gham-e-Dil (Lata Mangeshkar, Anarkali)

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Movie/Album: अनारकली (1953)
Music By: सी.रामचंद्र
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: लता मंगेशकर

दुआ कर ग़म-ए-दिल, खुदा से दुआ कर
वफ़ाओं का मजबूर दामन बिछा कर
दुआ कर ग़म-ए-दिल, खुदा से दुआ कर
जो बिजली चमकती है उनके महल पर
वो कर ले तसल्ली, मेरा घर जला कर
दुआ कर ग़म-ए-दिल...

सलामत रहे तू, मेरी जान जाए
मुझे इस बहाने से ही मौत आए
करूँगी मैं क्या चंद साँसें बचा कर
दुआ कर ग़म-ए-दिल...

मैं क्या दूँ तुझे मेरा सब लुट चुका है
दुआ के सिवा मेरे पास और क्या है
गरीबों का एक आसरा-ए-खुदा है
मगर मेरी तुझसे यही इल्तजा है
न दिल तोड़ना दिल की दुनिया बसा कर
दुआ कर ग़म-ए-दिल...

आ जा अब तो आ जा - Aa Ja Ab To Aa Ja (Lata Mangeshkar, Anarkali)

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Movie/Album: अनारकली (1953)
Music By: सी.रामचंद्र
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: लता मंगेशकर

आ जा अब तो आ जा
मेरी क़िस्मत के ख़रीदार
अब तो आ जा..
नीलाम हो रही है
मेरी चाहत सर-ए-बाज़ार
अब तो आ जा..

सब ने लगाई बोली, ललचाई हर नज़र
मैं तेरी हो चुकी हूँ दुनिया है बेख़बर
ज़ालिम बड़े भोले हैं, मेरे ये तलबगार
अब तो आ जा...

हसरत भरी जवानी, ये हुस्न ये शबाब
रँगीन दिल की महफ़िल मेरे हसीन ख़्वाब
गोया कि मेरी दुनिया लुटने को है तैयार
अब तो आ जा...

ओ आसमान वाले शिकवा है - O Aasmaan Waale Shikawa Hai (Lata Mangeshkar, Anarkali)

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Movie/Album: अनारकली (1953)
Music By: सी.रामचंद्र
Lyrics By: हसरत जयपुरी
Performed By: लता मंगेशकर

ज़िन्दगी बेबस हुई है, बेक़सी का साथ है
एक हम हैं इस क़फ़स में या ख़ुदा की ज़ात है

ओ आसमान वाले शिकवा है ज़िन्दगी का
सुन दास्तान ग़म की अफ़साना बेबसी का

तू देखता रहे और दुनिया हमें सज़ा दे
क्या जुर्म है मोहब्बत इतना ज़रा बता दे
मन्ज़िल पे क्यूँ लुटा है हर कारवाँ ख़ुशी का
ओ आसमान वाले...

इतनी सी इल्तिजा है तुझसे मेरी दुआ की
अल्लाह शर्म रखना दुनिया में तू वफ़ा की
होता है मौत ही तो अन्जाम ज़िन्दगी का
ओ आसमान वाले...

ऐ बाद-ए-सबा आहिस्ता चल - Ae Baad-e-Saba Aashista (Hemant Kumar, Anarkali)

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Movie/Album: अनारकली (1953)
Music By: सी.रामचंद्र
Lyrics By: राजिंदर कृष्ण
Performed By: हेमंत कुमार

ऐ बाद-ए-सबा आहिस्ता चल
यहाँ सोयी हुई है अनारकली
आँखों मे जलवे सलीम के लिये
खोयी हुई है अनारकली

है शहीद-ए-इश्क़ का मकबरा
ज़रा चल अदब से यहाँ हवा
तुझे याद हो के न याद हो
मुझे याद है उस का माजरा

अभी याद है मुझे वो घड़ी
जब किसी की उसपे नज़र पड़ी
यहाँ हुस्न था वहाँ ताज था
यहाँ इश्क़ था वहाँ राज था

ये कहा सलीम ने प्यार से
हँस-हँस के अपनी अनार से
तू कहे तो तारों को तोड़ लूँ
तू कहे तो ताज भी छोड़ दूँ

ज़रा देख ये क्या हवा चली
न रहा सलीम न वो कली
ये मज़ार निशानी है प्यार की
किसी दर्द भरी इकरार की

किस भँवरे के इंतेज़ार मे
यहाँ सोयी है कली अनार की
ऐ बाद-ए-सबा...

ज़ख्म-ए-तन्हाई में - Zakhm-e-Tanhai Mein (Ghulam Ali)

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Lyrics By: मुज़फ्फर वारसी
Performed By: गुलाम अली

ज़ख्म-ए-तन्हाई में खुश्बू-ए-हिना किसकी थी
साया दिवार पे मेरा था, सदा किसकी थी

आंसुओं से ही सही भर गया दामन मेरा
हाथ तो मैंने उठाये थे, दुआ किसकी थी
साया दीवार पे...

मेरी आहों की ज़बां कोई समझता कैसे
ज़िन्दगी इतनी दुखी मेरे सिवा किसकी थी
साया दीवार पे...

छोड़ दी किसके लिए तूने 'मुज़फ्फर' दुनिया
जुस्तजू सी तुझे हर वक्त बता किसकी थी
साया दीवार पे...

आगे (रिकॉर्डिंग में नहीं है पर गज़ल में है):
उसकी रफ़्तार से लिपटी रहती मेरी आँखें
उसने मुड़ कर भी ना देखा कि वफ़ा किसकी थी

वक्त की तरह दबे पाँव ये कौन आया
मैं अँधेरा जिसे समझा वो काबा किसकी थी
आग से दोस्ती उसकी थी जला घर मेरा
दी गयी किसको सजा और खता किसकी थी

मैंने बिनाइयां बो कर भी अँधेरे काटे
किसके बस में थी ज़मीं अब्र-ओ-हवा किसकी थी

गम है या खुशी है तू - Gham Hai Ya Khushi Hai Tu (Ghulam Ali)

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Lyrics By: नासिर काज़मी
Performed By: गुलाम अली

ग़म है या खुशी है तू
मेरी ज़िन्दगी है तू

आफतों के दौर में
चैन की घड़ी है तू
गम है या खुशी...

मेरी रात का चिराग
मेरी नींद भी है तू
गम है या खुशी...

मैं खिज़ां की शाम हूँ
रूत बहार की है तू
गम है या खुशी...


दोस्तों के दरमियाँ
वजह दोस्ती है तू
गम है या खुशी...

मेरी सारी उम्र में
एक ही कमी है तू
गम है या खुशी...

मैं तो वो नहीं रहा
हाँ, मगर वोही है तू
गम है या खुशी...

'नासिर' इस दयार में
कितना अजनबी है तू
गम है या खुशी...

वो कभी मिल जाएँ तो - Wo Kabhi Mil Jaaein To (Ghulam Ali)

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Lyrics By: अख्तर शीरानी
Performed By: गुलाम अली

वो कभी मिल जाएँ तो क्या कीजिए
रात दिन सूरत को देखा कीजिए

चाँदनी रातों में इक-इक फूल को
बे-ख़ुदी कहती है सजदा कीजिए
वो कभी मिल जाएँ...

जो तमन्ना बर न आए उम्र भर
उम्र भर उस की तमन्ना कीजिए
वो कभी मिल जाएँ...

इश्क़ की रंगीनियों में डूब कर
चाँदनी रातों में रोया कीजिए
वो कभी मिल जाएँ...

पूछ बैठे हैं हमारा हाल वो
बे-ख़ुदी तू ही बता क्या कीजिए
वो कभी मिल जाएँ...

हम ही उस के इश्क़ के क़ाबिल न थे
क्यूँ किसी ज़ालिम का शिकवा कीजिए
वो कभी मिल जाएँ...

आगे (गाने में नहीं है):
आप ही ने दर्द-ए-दिल बख़्शा हमें
आप ही इस का मुदावा कीजिए
वो कभी मिल जाएँ...

कहते हैं 'अख़्तर' वो सुन कर मेरे शेर
इस तरह हमको न रुसवा कीजिए
वो कभी मिल जाएँ...

हम तेरे शहर में आए हैं - Hum Tere Sheher Mein Aaye Hain (Ghulam Ali)

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Lyrics By: कैसर उल जाफ़रीPerformed By: गुलाम अली

हम तेरे शहर में आए हैं मुसाफिर की तरह
सिर्फ़ इक बार मुलाक़ात का मौका दे दे
हम तेरे शहर में...

मेरी मंजिल है, कहाँ मेरा ठिकाना है कहाँ
सुबह तक तुझसे बिछड़ कर मुझे जाना है कहाँ
सोचने के लिए इक रात का मौका दे दे
हम तेरे शहर में...

अपनी आंखों में छुपा रक्खे हैं जुगनू मैंने
अपनी पलकों पे सजा रक्खे हैं आंसू मैंने
मेरी आंखों को भी बरसात का मौका दे दे
हम तेरे शहर में...

आज की रात मेरा दर्द-ऐ-मोहब्बत सुन ले
कंप-कंपाते हुए होठों की शिकायत सुन ले
आज इज़हार-ऐ-खयालात का मौका दे दे
हम तेरे शहर में...

भूलना ही था तो ये इकरार किया ही क्यूँ था
बेवफा तुने मुझे प्यार किया ही क्यूँ था
सिर्फ़ दो चार सवालात का मौका दे दे
हम तेरे शहर में...

कैसी चली है अब के हवा - Kaisi Chali Hai Ab Ke Hawa (Ghulam Ali)

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Lyrics By: खातिर गज़नवी
Performed By: गुलाम अली

कैसी चली है अब के हवा, तेरे शहर में
बन्दे भी हो गये हैं ख़ुदा, तेरे शहर में

क्या जाने क्या हुआ कि परेशान हो गए
इक लहज़ा रुक गयी थी सबा तेरे शहर में
बन्दे भी हो गये...

कुछ दुश्मनी का ढब है न अब दोस्ती के तौर
दोनों का एक रंग हुआ तेरे शहर में
बन्दे भी हो गये...

शायद उन्हें पता था कि 'ख़ातिर' है अजनबी
लोगों ने उसको लूट लिया तेरे शहर में
बन्दे भी हो गये...

हमको किसके गम ने मारा - Humko Kiske Gham Ne Maara (Ghulam Ali)

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Lyrics By: मसरूर अनवर
Performed By: गुलाम अली

हमको किसके गम ने मारा, ये कहानी फिर सही
किसने तोड़ा दिल हमारा, ये कहानी फिर सही

दिल के लूटने का सबब पूछो न सबके सामने
नाम आएगा तुम्हारा, ये कहानी फिर सही
हमको किसके गम ने...

नफरतों के तीर खा कर, दोस्तों के शहर में
हमने किस किस को पुकारा, ये कहानी फिर सही
हमको किसके गम ने...

क्या बताएं प्यार की बाजी, वफ़ा की राह में
कौन जीता कौन हारा, ये कहानी फिर सही
हमको किसके गम ने...

दयार-ए-दिल की रात में - Dayar-e-Dil Ki Raat Mein (Ghulam Ali, Asha Bhosle)

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Movie/Album: मेराज-ए-गज़ल (1983)
Music By: गुलाम अली
Lyrics By: नासिर काज़मी
Performed By: गुलाम अली, आशा भोंसले

दयार-ए-दिल की रात में चराग़ सा जला गया
मिला नहीं तो क्या हुआ, वो शक़्ल तो दिखा गया

वो दोस्ती तो ख़ैर अब नसीब-ए-दुश्मनाँ हुई
वो छोटी छोटी रंजिशों का लुत्फ़ भी चला गया
दयार-ए-दिल की...

जुदाइयों के ज़ख़्म, दर्द-ए-ज़िन्दगी ने भर दिये
तुझे भी नींद आ गई मुझे भी सब्र आ गया
दयार-ए-दिल की...

ये सुबहो की सफ़ेदियाँ ये दोपहर की ज़र्दियाँ
अब आईने में देखता हूँ मैं कहाँ चला गया
दयार-ए-दिल की...

ये किस ख़ुशी की रेत पर ग़मों को नींद आ गई
वो लहर किस तरफ़ गई ये मैं कहाँ चला गया
दयार-ए-दिल की...

पुकारती हैं फ़ुर्सतें कहाँ गईं वो सोहबतें
ज़मीं निगल गई उन्हें या आसमान खा गया
दयार-ए-दिल की...

गए दिनों की लाश पर पड़े रहोगे कब तलक
अलम्कशो उठो कि आफ़ताब सर पे आ गया
दयार-ए-दिल की...

चमकते चाँद को टूटा - Chamakte Chand Ko Toota (Ghulam Ali, Awaargi)

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Movie/Album: आवारगी (1990)
Music By: अनु मालिक
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: गुलाम अली

चमकते चाँद को टूटा हुआ तारा बना डाला
मेरी आवारगी ने मुझको आवारा बना डाला

बड़ा दिलकश, बड़ा रँगीन, है ये शहर कहते हैं
यहाँ पर हैं हज़ारों घर, घरों में लोग रहते हैं
मुझे इस शहर की गलियों का बंजारा बना डाला
चमकते चाँद को टूटा...

मैं इस दुनिया को अक्सर देखकर हैरान होता हूँ
न मुझसे बन सका छोटा सा घर, दिन रात रोता हूँ
खुदाया तूने कैसे ये जहां सारा बना डाला
चमकते चाँद को टूटा...

मेरे मालिक, मेरा दिल क्यूँ तड़पता है, सुलगता है
तेरी मर्ज़ी, तेरी मर्ज़ी पे किसका ज़ोर चलता है
किसी को गुल, किसी को तूने अंगारा बना डाला
चमकते चाँद को टूटा...

यही आग़ाज़ था मेरा, यही अंजाम होना था
मुझे बरबाद होना था, मुझे नाकाम होना था
मेरी तक़दीर ने मुझको, तक़दीर का मारा बना डाला
चमकते चाँद को टूटा...
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