Movie/Album: दिल का क्या कसूर (1992)
Music By: नदीम श्रवण
Lyrics By: समीर
Performed By: कुमार सानू, साधना सरगम
आशिक़ी में हर आशिक़
हो जाता है मजबूर
इसमें दिल का, मेरे दिल का
इसमें दिल का क्या कुसूर
आशिक़ी में हर आशिक़...
निगाहें ना मिलती ना ये प्यार होता
ना मैं तुझसे मिलती ना इज़हार होता
मेरे आशिक़, मेरे दिलबर, मेरे(मेरी) जानेजां
अब तेरे बिन इक पल ना जीना यहाँ
तुझसे मिल के जाने कैसा छाया है सुरूर
इसमें दिल का क्या कुसूर...
न पूछो कि कैसी है ये बेकरारी
मोहब्बत की प्यासी है ये दुनिया सारी
ना जाने दिल किसका कब खो जाये
बिन सोचे बिन समझे प्यार हो जाये
हाँ यही चाहत का अक्सर होता है दस्तूर
इसमें दिल का क्या कुसूर...
Music By: नदीम श्रवण
Lyrics By: समीर
Performed By: कुमार सानू, साधना सरगम
आशिक़ी में हर आशिक़
हो जाता है मजबूर
इसमें दिल का, मेरे दिल का
इसमें दिल का क्या कुसूर
आशिक़ी में हर आशिक़...
निगाहें ना मिलती ना ये प्यार होता
ना मैं तुझसे मिलती ना इज़हार होता
मेरे आशिक़, मेरे दिलबर, मेरे(मेरी) जानेजां
अब तेरे बिन इक पल ना जीना यहाँ
तुझसे मिल के जाने कैसा छाया है सुरूर
इसमें दिल का क्या कुसूर...
न पूछो कि कैसी है ये बेकरारी
मोहब्बत की प्यासी है ये दुनिया सारी
ना जाने दिल किसका कब खो जाये
बिन सोचे बिन समझे प्यार हो जाये
हाँ यही चाहत का अक्सर होता है दस्तूर
इसमें दिल का क्या कुसूर...