Movie/Album: दाग (1973)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: लता मंगेशकर, किशोर कुमार
हम और तुम, तुम और हम
ख़ुश हैं यूँ आज मिल के
जैसे किसी संगम पर, मिल जाए दो नदियाँ
तन्हाँ बहते-बहते
हम और तुम...
मुड़ के क्यूँ देखें, पीछे चाहे कुछ भी हो
चलते ही जाएँ, नई मंज़िलों को
रस्ते आसाँ हैं, नहीं आज हम दो
तू मेरी बाहों में, मैं तेरी बाहों में
लहराएँ राहों में, चलें झूमते
हम और तुम...
ज़ुल्फ़ों को खिलने दो, साँसों को घुलने दो
दिल से दिल तुलने दो
दीवाने हो जाएँ, कोहरे में खो जाएँ
मिल के यूँ सो जाएँ
जैसे किसी परबत पर, मिल जाएँ दो बादल
तन्हाँ उड़ते-उड़ते
हम और तुम...
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: लता मंगेशकर, किशोर कुमार
हम और तुम, तुम और हम
ख़ुश हैं यूँ आज मिल के
जैसे किसी संगम पर, मिल जाए दो नदियाँ
तन्हाँ बहते-बहते
हम और तुम...
मुड़ के क्यूँ देखें, पीछे चाहे कुछ भी हो
चलते ही जाएँ, नई मंज़िलों को
रस्ते आसाँ हैं, नहीं आज हम दो
तू मेरी बाहों में, मैं तेरी बाहों में
लहराएँ राहों में, चलें झूमते
हम और तुम...
ज़ुल्फ़ों को खिलने दो, साँसों को घुलने दो
दिल से दिल तुलने दो
दीवाने हो जाएँ, कोहरे में खो जाएँ
मिल के यूँ सो जाएँ
जैसे किसी परबत पर, मिल जाएँ दो बादल
तन्हाँ उड़ते-उड़ते
हम और तुम...