Movie/Album: अनुभव (1971)
Music By: कनु रॉय
Lyrics By: कपिल कुमार
Performed By: मन्ना डे
फिर कहीं कोई फूल खिला
चाहत ना कहो उसको
फिर कहीं कोई दीप जला
मंज़िल ना कहो उसको
फिर कहीं
मन का समंदर प्यासा हुआ
क्यूँ किसी से माँगे दुआ
लहरों का लगा जो मेला
तूफ़ाँ ना कहो उसको
फिर कहीं कोई फूल...
देखें क्यूँ सब वो सपने
खुद ही सजाए जो हमने
दिल उनसे बहल जाए तो
राहत ना कहो उसको
फिर कहीं कोई फूल...
Music By: कनु रॉय
Lyrics By: कपिल कुमार
Performed By: मन्ना डे
फिर कहीं कोई फूल खिला
चाहत ना कहो उसको
फिर कहीं कोई दीप जला
मंज़िल ना कहो उसको
फिर कहीं
मन का समंदर प्यासा हुआ
क्यूँ किसी से माँगे दुआ
लहरों का लगा जो मेला
तूफ़ाँ ना कहो उसको
फिर कहीं कोई फूल...
देखें क्यूँ सब वो सपने
खुद ही सजाए जो हमने
दिल उनसे बहल जाए तो
राहत ना कहो उसको
फिर कहीं कोई फूल...