Movie/Album: राजा हिन्दुस्तानी (1996)
Music By: नदीम श्रवण
Lyrics By: समीर
Performed By: उदित नारायण, अलका याग्निक, सपना अवस्थी, कुमार सानू, अलीशा शेनोय, सुरेश वाडकर, बेला
मैं ये नहीं कहता(ती) कि प्यार मत करना
किसी मुसाफिर का मगर ऐतबार मत करना
परदेसी परदेसी जाना नहीं
मुझे छोड़ के..
परदेसी मेरे यारा वादा निभाना
मुझे याद रखना, कहीं भूल ना जाना
परदेसी परदेसी जाना नहीं
अलका, उदित
मैंने तुमको चाहा तुमसे प्यार किया
सब कुछ तुमपे यार अपना वार दिया
बन गयी जोगन मैंने प्रीत का जोग लिया
ना सोचा ना समझा दिल का रोग लिया
परदेसी मेरे यारा लौट के आना
तुम याद रखना कहीं भूल ना जाना
परदेसी परदेसी जाना नहीं...
हर पल मेरी याद तुम्हें तड़पायेगी
में जागूँगा नींद तुम्हें ना आएगी
छोड़ के इस हाल में तुम जो जाओगे
सच कहते हाँ हूँ जान बहुत पछताओगे
परदेसी मेरे यारा मुझे ना रुलाना
तुम याद रखना कहीं भूल ना जाना
परदेसी परदेसी जाना नहीं...
अलका, कुमार
फूलों के मौसम में मिलने आते हैं
पतझड़ में पंछी बनकर उड़ जाते हैं
हँसती आँखों को आँसू दे जाते हैं
वादा करके भी न वापस आते हैं
परदेसी मेरे यारा गुज़रा ज़माना
उसे याद रखना कहीं भूल न जाना
परदेसी परदेसी जाना नहीं...
सच कहते हैं दुनियावाले प्यार न कर
प्यार तो है इक रोग बुरा इस रोग से डर
दीवानों की किस्मत में तन्हाई है
इश्क का दूजा नाम तो यार जुदाई है
परदेसी मेरे यारा मुझे ना रुलाना
तुम याद रखना कहीं भूल ना जाना
परदेसी परदेसी जाना नहीं...
Music By: नदीम श्रवण
Lyrics By: समीर
Performed By: उदित नारायण, अलका याग्निक, सपना अवस्थी, कुमार सानू, अलीशा शेनोय, सुरेश वाडकर, बेला
मैं ये नहीं कहता(ती) कि प्यार मत करना
किसी मुसाफिर का मगर ऐतबार मत करना
परदेसी परदेसी जाना नहीं
मुझे छोड़ के..
परदेसी मेरे यारा वादा निभाना
मुझे याद रखना, कहीं भूल ना जाना
परदेसी परदेसी जाना नहीं
अलका, उदित
मैंने तुमको चाहा तुमसे प्यार किया
सब कुछ तुमपे यार अपना वार दिया
बन गयी जोगन मैंने प्रीत का जोग लिया
ना सोचा ना समझा दिल का रोग लिया
परदेसी मेरे यारा लौट के आना
तुम याद रखना कहीं भूल ना जाना
परदेसी परदेसी जाना नहीं...
हर पल मेरी याद तुम्हें तड़पायेगी
में जागूँगा नींद तुम्हें ना आएगी
छोड़ के इस हाल में तुम जो जाओगे
सच कहते हाँ हूँ जान बहुत पछताओगे
परदेसी मेरे यारा मुझे ना रुलाना
तुम याद रखना कहीं भूल ना जाना
परदेसी परदेसी जाना नहीं...
अलका, कुमार
फूलों के मौसम में मिलने आते हैं
पतझड़ में पंछी बनकर उड़ जाते हैं
हँसती आँखों को आँसू दे जाते हैं
वादा करके भी न वापस आते हैं
परदेसी मेरे यारा गुज़रा ज़माना
उसे याद रखना कहीं भूल न जाना
परदेसी परदेसी जाना नहीं...
सच कहते हैं दुनियावाले प्यार न कर
प्यार तो है इक रोग बुरा इस रोग से डर
दीवानों की किस्मत में तन्हाई है
इश्क का दूजा नाम तो यार जुदाई है
परदेसी मेरे यारा मुझे ना रुलाना
तुम याद रखना कहीं भूल ना जाना
परदेसी परदेसी जाना नहीं...