Movie/Album: शूटआउट ऐट लोखंडवाला (2007)
Music By: आनंद राज आनंद
Lyrics By: संजय गुप्ता
Performed By: सुखविंदर सिंह, मीका सिंह, आनंद राज आनंद
उनके नशे में, उनके नशे में
उनके नशे में, उनके नशे में
उनके नशे में जलते रहे
जलते रहे
उनके नशे में जलते रहे
हाय उनके नशे में जलते रहे
लड़खड़ाए
लड़खड़ाए कभी, कभी संभलते रहे
लड़खड़ाए कभी, कभी संभलते रहे
सुबह से लेकर शाम तक
उनका ज़ुबाँ पे नाम था
सुबह से लेकर, सुबह से लेकर
सुबह से लेकर शाम तक
उनका ज़ुबाँ पे नाम था
वो जैसे बदली को सावन से
वो जैसे बदली को सावन से
वो जैसे बदली को सावन से
सावन को बदली से काम था
मिलने को उनसे तरसते रहे
लड़खड़ाए...
मेरा उनका झगड़ा था
मेरा उनका झगड़ा था
मेरा उनका झगड़ा था
पर उनसे मैं ये कह न सका
मेरा उनका झगड़ा था
पर उनसे मैं ये कह न सका
मेरी खता थी, मेरी सज़ा थी
मेरी खता थी, मेरी सज़ा थी
मैं दर्द-ए-जुदाई सह ना सका
यादों से हम उनकी लड़ते रहे
लड़खड़ाए...
हो अंधेरा या नूर पीते हैं
पीने वाले ज़रूर पीते हैं
हो इनकी खता नहीं कोई
यही है कसूर की पीते हैं
हम मयकदों में पलते रहे
हम मयकदों में पलते रहे
लड़खड़ाए...
Music By: आनंद राज आनंद
Lyrics By: संजय गुप्ता
Performed By: सुखविंदर सिंह, मीका सिंह, आनंद राज आनंद
उनके नशे में, उनके नशे में
उनके नशे में, उनके नशे में
उनके नशे में जलते रहे
जलते रहे
उनके नशे में जलते रहे
हाय उनके नशे में जलते रहे
लड़खड़ाए
लड़खड़ाए कभी, कभी संभलते रहे
लड़खड़ाए कभी, कभी संभलते रहे
सुबह से लेकर शाम तक
उनका ज़ुबाँ पे नाम था
सुबह से लेकर, सुबह से लेकर
सुबह से लेकर शाम तक
उनका ज़ुबाँ पे नाम था
वो जैसे बदली को सावन से
वो जैसे बदली को सावन से
वो जैसे बदली को सावन से
सावन को बदली से काम था
मिलने को उनसे तरसते रहे
लड़खड़ाए...
मेरा उनका झगड़ा था
मेरा उनका झगड़ा था
मेरा उनका झगड़ा था
पर उनसे मैं ये कह न सका
मेरा उनका झगड़ा था
पर उनसे मैं ये कह न सका
मेरी खता थी, मेरी सज़ा थी
मेरी खता थी, मेरी सज़ा थी
मैं दर्द-ए-जुदाई सह ना सका
यादों से हम उनकी लड़ते रहे
लड़खड़ाए...
हो अंधेरा या नूर पीते हैं
पीने वाले ज़रूर पीते हैं
हो इनकी खता नहीं कोई
यही है कसूर की पीते हैं
हम मयकदों में पलते रहे
हम मयकदों में पलते रहे
लड़खड़ाए...