Movie/Album: घराना (1961)
Music By: रवि
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: मोहम्मद रफ़ी
हुस्न वाले तेरा जवाब नहीं
कोई तुझ-सा नहीं हज़ारों में
हुस्न वाले तेरा जवाब...
तू है ऐसी कली जो गुलशन में
साथ अपने बहार लाई हो
तू है ऐसी किरण जो रात ढले
चांदनी में नहा के आई हो
ये तेरा नूर, ये तेरे जलवे
जिस तरह चाँद हो सितारों में
हुस्न वाले तेरा जवाब...
तेरी आँखों में ऐसी मस्ती है
जैसे छलके हुए हों पैमाने
तेरे होंठों पे वो ख़ामोशी है
जैसे बिखरे हुए हों अफ़साने
तेरी ज़ुल्फों की ऐसी रंगत है
जैसे काली घटा बहारों में
हुस्न वाले तेरा जवाब...
तेरी सूरत जो देख ले शायर
अपने शेरों में ताज़गी भर ले
एक मुसव्विर जो तुझको पा जाये
अपने ख़्वाबों में ज़िन्दगी भर ले
नगमा गर ढूँढ ले अगर तुझको
दर्द भर ले वो दिलों के तारों में
हुस्न वाले तेरा जवाब...
Music By: रवि
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: मोहम्मद रफ़ी
हुस्न वाले तेरा जवाब नहीं
कोई तुझ-सा नहीं हज़ारों में
हुस्न वाले तेरा जवाब...
तू है ऐसी कली जो गुलशन में
साथ अपने बहार लाई हो
तू है ऐसी किरण जो रात ढले
चांदनी में नहा के आई हो
ये तेरा नूर, ये तेरे जलवे
जिस तरह चाँद हो सितारों में
हुस्न वाले तेरा जवाब...
तेरी आँखों में ऐसी मस्ती है
जैसे छलके हुए हों पैमाने
तेरे होंठों पे वो ख़ामोशी है
जैसे बिखरे हुए हों अफ़साने
तेरी ज़ुल्फों की ऐसी रंगत है
जैसे काली घटा बहारों में
हुस्न वाले तेरा जवाब...
तेरी सूरत जो देख ले शायर
अपने शेरों में ताज़गी भर ले
एक मुसव्विर जो तुझको पा जाये
अपने ख़्वाबों में ज़िन्दगी भर ले
नगमा गर ढूँढ ले अगर तुझको
दर्द भर ले वो दिलों के तारों में
हुस्न वाले तेरा जवाब...