Movie/Album: परमानेंट रूममेट्स 2 (2016)
Music By: वैभव बुन्धू
Lyrics By: वैभव बुन्धू
Performed By: वैभव बुन्धू
कह दे, ये कह दे मुझे ए
ये क्या हुआ हमें, ये क्या हुआ हमें
बस तू ये कह दे मुझे ए
ये क्या हुआ हमें, ये क्या हुआ हमें
मेहरबाँ, क़दरदाँ, मेरी जान-ए-जहां
मेरे होने वाले छोटे-छोटे बच्चों की माँ
जो भी तकलीफ़ें हैं तुझको
मुझको सब दूर करने दे
कभी हाँ, कभी ना
कभी दोनों जहां
कभी-कभी पागलों की तरह बातें करना
जो भी तकलीफ़ें हैं तुझको
मुझको सब दूर करने दे
माना कि ये तकलीफ़ें मेरी वजह से हैं
दुनियाँ के सारे मर्द गधे हैं
कितनी बेवकूफ़ियाँ, तुमने सहे हैं
सब खुल के कह दे
माना कि ये तक़लीफ़ें...
कह दे, ये कह दे मुझे...
लगता है कहानी में
एक ऐसा मोड़ भी आता है
जब प्यार, इश्क़ और मोहब्बत से
जहाँ ऐतबार मिट जाता है
तेरा मन नहीं लगता है
फिर मेरा मन भी सुलगता है
ये नराज़गी आग ही ऐसी है
जो होश और हवास जलाती है
पर तू नसीब है मेरी
ये ज़िन्दगी बिताने की तरकीब है मेरी
बस तू ये कह दे मुझे...
Music By: वैभव बुन्धू
Lyrics By: वैभव बुन्धू
Performed By: वैभव बुन्धू
कह दे, ये कह दे मुझे ए
ये क्या हुआ हमें, ये क्या हुआ हमें
बस तू ये कह दे मुझे ए
ये क्या हुआ हमें, ये क्या हुआ हमें
मेहरबाँ, क़दरदाँ, मेरी जान-ए-जहां
मेरे होने वाले छोटे-छोटे बच्चों की माँ
जो भी तकलीफ़ें हैं तुझको
मुझको सब दूर करने दे
कभी हाँ, कभी ना
कभी दोनों जहां
कभी-कभी पागलों की तरह बातें करना
जो भी तकलीफ़ें हैं तुझको
मुझको सब दूर करने दे
माना कि ये तकलीफ़ें मेरी वजह से हैं
दुनियाँ के सारे मर्द गधे हैं
कितनी बेवकूफ़ियाँ, तुमने सहे हैं
सब खुल के कह दे
माना कि ये तक़लीफ़ें...
कह दे, ये कह दे मुझे...
लगता है कहानी में
एक ऐसा मोड़ भी आता है
जब प्यार, इश्क़ और मोहब्बत से
जहाँ ऐतबार मिट जाता है
तेरा मन नहीं लगता है
फिर मेरा मन भी सुलगता है
ये नराज़गी आग ही ऐसी है
जो होश और हवास जलाती है
पर तू नसीब है मेरी
ये ज़िन्दगी बिताने की तरकीब है मेरी
बस तू ये कह दे मुझे...