Movie/Album: कहकशाँ (1991)
Music by: जगजीत सिंह
Lyrics by: जोश मलीहाबादी
Performed by: जगजीत सिंह
किसको आती है मसीहाई, किसे आवाज़ दूँ
बोल ऐ खूँखार तन्हाई, किसे आवाज़ दूँ
किसको आती है मसीहाई...
चुप रहूँ तो हर नफ़स डसता है नागन की तरह
आह भरने में है रुसवाई, किसे आवाज़ दूँ
किसको आती है मसिहाई...
उफ़्फ़ ख़ामोशी की ये आहें दिल को बरमाती हुईं
उफ़्फ़ ये सन्नाटे की शहनाई, किसे आवाज़ दूँ
किसको आती है मसिहाई...
Music by: जगजीत सिंह
Lyrics by: जोश मलीहाबादी
Performed by: जगजीत सिंह
किसको आती है मसीहाई, किसे आवाज़ दूँ
बोल ऐ खूँखार तन्हाई, किसे आवाज़ दूँ
किसको आती है मसीहाई...
चुप रहूँ तो हर नफ़स डसता है नागन की तरह
आह भरने में है रुसवाई, किसे आवाज़ दूँ
किसको आती है मसिहाई...
उफ़्फ़ ख़ामोशी की ये आहें दिल को बरमाती हुईं
उफ़्फ़ ये सन्नाटे की शहनाई, किसे आवाज़ दूँ
किसको आती है मसिहाई...