Movie/Album: इश्क के परिंदे (2015)
Music By: विजय वर्मा
Lyrics By: मंथन
Performed By: के.के.
दिल तोड़ के जाने वाले सुन
मुझे तुझसे मोहब्बत आज भी है
तुझे मेरी ज़रूरत नहीं तो क्या
मुझे तेरी ज़रूरत आज भी है
दिल तोड़ के...
जिस दिन से तु दूर हुआ है
टुकड़ों में जां टूट गई
ओ तु क्या रूठा साथी मुझसे
दुनिया मुझसे रूठ गई
आ देख ले मेरी आँखों से
नींदों को शिकायत आज भी है
दिल तोड़ के...
यादें करवट बदल रही हैं
दूर तलक मैं तन्हाँ हूँ
वक़्त भी जिससे रूठ गया है
मैं वो बेबस लम्हां हूँ
हाथों की लकीरों से मेरी
किस्मत को बगावत आज भी है
दिल तोड़ के...
Music By: विजय वर्मा
Lyrics By: मंथन
Performed By: के.के.
दिल तोड़ के जाने वाले सुन
मुझे तुझसे मोहब्बत आज भी है
तुझे मेरी ज़रूरत नहीं तो क्या
मुझे तेरी ज़रूरत आज भी है
दिल तोड़ के...
जिस दिन से तु दूर हुआ है
टुकड़ों में जां टूट गई
ओ तु क्या रूठा साथी मुझसे
दुनिया मुझसे रूठ गई
आ देख ले मेरी आँखों से
नींदों को शिकायत आज भी है
दिल तोड़ के...
यादें करवट बदल रही हैं
दूर तलक मैं तन्हाँ हूँ
वक़्त भी जिससे रूठ गया है
मैं वो बेबस लम्हां हूँ
हाथों की लकीरों से मेरी
किस्मत को बगावत आज भी है
दिल तोड़ के...