Movie/Album: फूल और कांटे (1991)
Music By: नदीम श्रवण
Lyrics By: समीर
Performed By: कुमार सानू, अलका याग्निक
रुक जाना
तुमसे मिलने को दिल करता है
रे बाबा, तुमसे मिलने को दिल करता है
तुम ही हो जिसपे दिल मरता है
तुमसे मिलने को दिल...
जबसे तुमसे शुरू ये कहानी हुई
लोग कहते हैं मैं तो दीवानी हुई
जाने क्या बात ऐसी है तुझ में सनम
ये दिल तेरे लिए ही मचलता है
तुमसे मिलने को दिल...
दूर तुमसे रहूँ तो हो बेचैनियाँ
पास आओ तो बढाती है बेताबियाँ
हो न जाए कहीं तू मुझसे जुदा
ऐसी बातों से दिल डरता है
रे बाबा तुमसे मिलने को दिल...
Music By: नदीम श्रवण
Lyrics By: समीर
Performed By: कुमार सानू, अलका याग्निक
रुक जाना
तुमसे मिलने को दिल करता है
रे बाबा, तुमसे मिलने को दिल करता है
तुम ही हो जिसपे दिल मरता है
तुमसे मिलने को दिल...
जबसे तुमसे शुरू ये कहानी हुई
लोग कहते हैं मैं तो दीवानी हुई
जाने क्या बात ऐसी है तुझ में सनम
ये दिल तेरे लिए ही मचलता है
तुमसे मिलने को दिल...
दूर तुमसे रहूँ तो हो बेचैनियाँ
पास आओ तो बढाती है बेताबियाँ
हो न जाए कहीं तू मुझसे जुदा
ऐसी बातों से दिल डरता है
रे बाबा तुमसे मिलने को दिल...