Movie/Album: लकी (2005)
Music By: अदनान सामी
Lyrics By: समीर
Performed By: अदनान सामी, सोनू निगम
सुन ज़रा, सोणिये सुन जरा
आज खामोशियों से आ रही है सदा
धड़कनें है दीवानी, दिल भी कुछ कह रहा है
बीतें लम्हों के साये तो बस यहीं थम गए हैं
याद मुझे आए तेरी बातें
पलकों की सुर्ख चादर पे अश्क भी जम गए हैं
तेरी आँखों से ना हटती आखें
बेबसी का है आलम, क्या करूँ मैं बता
धड़कनें है दीवानी...
चूम के अपने होठों से, तेरे गम को चुरा लूँ
ला के तुझे दे दूँ खुशियाँ सारी
अपनी हर बेकरारी को, सीने में ही छूपा लूँ
मेरी चाहतें जाएँ तुझपे वारी
सहमें सहमें लबों में, घुल गई है दुआ
धड़कनें है दीवानी...
Music By: अदनान सामी
Lyrics By: समीर
Performed By: अदनान सामी, सोनू निगम
सुन ज़रा, सोणिये सुन जरा
आज खामोशियों से आ रही है सदा
धड़कनें है दीवानी, दिल भी कुछ कह रहा है
बीतें लम्हों के साये तो बस यहीं थम गए हैं
याद मुझे आए तेरी बातें
पलकों की सुर्ख चादर पे अश्क भी जम गए हैं
तेरी आँखों से ना हटती आखें
बेबसी का है आलम, क्या करूँ मैं बता
धड़कनें है दीवानी...
चूम के अपने होठों से, तेरे गम को चुरा लूँ
ला के तुझे दे दूँ खुशियाँ सारी
अपनी हर बेकरारी को, सीने में ही छूपा लूँ
मेरी चाहतें जाएँ तुझपे वारी
सहमें सहमें लबों में, घुल गई है दुआ
धड़कनें है दीवानी...