Movie/Album: दो बदन (1966)
Music By: रवि
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: मो.रफ़ी
रहा गर्दिशों में हरदम, मेरे इश्क का सितारा
कभी डगमगाई कश्ती, कभी खो गया किनारा
कोई दिल के खेल देखे, के मोहब्बतों की बाजी
वो कदम कदम पे जीते, मैं कदम कदम पे हारा
रहा गर्दिशों में हरदम...
ये हमारी बदनसीबी, जो नहीं तो और क्या है
के उसी के हो गये हम, जो ना हो सका हमारा
रहा गर्दिशो में हरदम...
पड़े जब ग़मों से पाले, रहे मिट के मिटने वाले
जिसे मौत ने ना पूछा, उसे ज़िन्दगी ने मारा
रहा गर्दिशो में हरदम...
Music By: रवि
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: मो.रफ़ी
रहा गर्दिशों में हरदम, मेरे इश्क का सितारा
कभी डगमगाई कश्ती, कभी खो गया किनारा
कोई दिल के खेल देखे, के मोहब्बतों की बाजी
वो कदम कदम पे जीते, मैं कदम कदम पे हारा
रहा गर्दिशों में हरदम...
ये हमारी बदनसीबी, जो नहीं तो और क्या है
के उसी के हो गये हम, जो ना हो सका हमारा
रहा गर्दिशो में हरदम...
पड़े जब ग़मों से पाले, रहे मिट के मिटने वाले
जिसे मौत ने ना पूछा, उसे ज़िन्दगी ने मारा
रहा गर्दिशो में हरदम...