Movie/Album: फाँसी (1978)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: गुलशन बावरा
Performed By: मो.रफ़ी, सुलक्ष्णा पंडित
जब आती होगी याद मेरी
तेरा दिल तो मचलता होगा
तू भी तो मुझे मिलने को
दिन रात तड़पता होगा
जब आती होगी याद मेरी...
लिखे तो होंगे खत मुझको, पर डाक में न डाले होंगे
पर डाक में न डाले होंगे
के मुझको दिखाने के लिए
के मुझको दिखाने के लिए, तूने सब वो संभाले होंगे
बरसों न मेरा खत पा के तू ठण्डी आहें तो भरता होगा
जब आती होगी याद मेरी...
ख्यालों में तू मुझको ला के, करता तो होगा दिल जोई
करता तो होगा दिल जोई
ये भी तो कभी सोचता होगा
ये भी तो कभी सोचता होगा, ले जाए न मुझे और कोई
किसी और की होने के डर से, तेरा दिल भी धड़कता होगा
जब आती होगी याद मेरी...
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: गुलशन बावरा
Performed By: मो.रफ़ी, सुलक्ष्णा पंडित
जब आती होगी याद मेरी
तेरा दिल तो मचलता होगा
तू भी तो मुझे मिलने को
दिन रात तड़पता होगा
जब आती होगी याद मेरी...
लिखे तो होंगे खत मुझको, पर डाक में न डाले होंगे
पर डाक में न डाले होंगे
के मुझको दिखाने के लिए
के मुझको दिखाने के लिए, तूने सब वो संभाले होंगे
बरसों न मेरा खत पा के तू ठण्डी आहें तो भरता होगा
जब आती होगी याद मेरी...
ख्यालों में तू मुझको ला के, करता तो होगा दिल जोई
करता तो होगा दिल जोई
ये भी तो कभी सोचता होगा
ये भी तो कभी सोचता होगा, ले जाए न मुझे और कोई
किसी और की होने के डर से, तेरा दिल भी धड़कता होगा
जब आती होगी याद मेरी...