Movie/Album: वीर (2010)
Music By: साजिद-वाजिद
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: राहत फ़तेह अली ख़ान, सुजैन डीमेलो
सुरीली अँखियों वाले, सुना है तेरी अँखियों से
बहती है नींदें और नींदों में सपने
कभी तो किनारों पे, उतर मेरे सपनों से
आ जा ज़मीन पे और मिल जा कहीं पे
मिल जा कहीं, समय से परे
समय से परे मिल जा कहीं
तू भी अँखियों से कभी मेरी अँखियों की सुन
सुरीली अँखियों वाले...
जाने तू कहाँ है
उड़ती हवा पे तेरे पैरों के निशाँ देखे
ढूँढा है ज़मीं पे
छाना है फ़लक पे, सारे आसमाँ देखे
मिल जा कहीं, समय से परे...
ओट में छुप के देख रहे थे
चाँद के पीछे-पीछे थे
सारा जहां देखा, देखा न आँखों में
पलकों के नीचे थे
आ चल कहीं, समय से परे
समय से परे, चल दे कहीं
तू भी अखियों से कभी...
Music By: साजिद-वाजिद
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: राहत फ़तेह अली ख़ान, सुजैन डीमेलो
सुरीली अँखियों वाले, सुना है तेरी अँखियों से
बहती है नींदें और नींदों में सपने
कभी तो किनारों पे, उतर मेरे सपनों से
आ जा ज़मीन पे और मिल जा कहीं पे
मिल जा कहीं, समय से परे
समय से परे मिल जा कहीं
तू भी अँखियों से कभी मेरी अँखियों की सुन
सुरीली अँखियों वाले...
जाने तू कहाँ है
उड़ती हवा पे तेरे पैरों के निशाँ देखे
ढूँढा है ज़मीं पे
छाना है फ़लक पे, सारे आसमाँ देखे
मिल जा कहीं, समय से परे...
ओट में छुप के देख रहे थे
चाँद के पीछे-पीछे थे
सारा जहां देखा, देखा न आँखों में
पलकों के नीचे थे
आ चल कहीं, समय से परे
समय से परे, चल दे कहीं
तू भी अखियों से कभी...