Movie/Album: आस पास (1981)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: लता मंगेशकर
कोई आन बेचता है, कोई शान बेचता है
क्या-क्या जहां में तौबा इंसान बेचता है
मैं फूल बेचती हूँ
मैं फूल बेचती हूँ, मैं हूँ फूलवाली
मैं फूल बेचती हूँ...
हो जनाब-ए-आली, मैं फूल बेचती हूँ
मैं फूल बेचती हूँ...
भगवान की हो पूजा या प्यार के इशारे
होते हैं इस जहां में फूलों से काम सारे
दूल्हे ने बाँधा फूलों का सेहरा
दुल्हन ने माला डाली, मैं हूँ फूलवाली
मैं फूल बेचती हूँ...
किस काम की ये बिंदिया
किस काम का ये कजरा
सोलह सिंगार पे है
भारी ये एक गजरा
जो ये लगाए, साजन को ये भाए
गोरी हो या काली, मैं हूँ फूलवाली
मैं फूल बेचती हूँ...
एक रोज़ एक लड़का फूल ले गया था
जाते हुए वो हँस के
दिल अपना दे गया था
सोचा ना समझा, खा बैठी धोखा
मैं थी भोली भाली
मैं फूल बेचती हूँ...
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: लता मंगेशकर
कोई आन बेचता है, कोई शान बेचता है
क्या-क्या जहां में तौबा इंसान बेचता है
मैं फूल बेचती हूँ
मैं फूल बेचती हूँ, मैं हूँ फूलवाली
मैं फूल बेचती हूँ...
हो जनाब-ए-आली, मैं फूल बेचती हूँ
मैं फूल बेचती हूँ...
भगवान की हो पूजा या प्यार के इशारे
होते हैं इस जहां में फूलों से काम सारे
दूल्हे ने बाँधा फूलों का सेहरा
दुल्हन ने माला डाली, मैं हूँ फूलवाली
मैं फूल बेचती हूँ...
किस काम की ये बिंदिया
किस काम का ये कजरा
सोलह सिंगार पे है
भारी ये एक गजरा
जो ये लगाए, साजन को ये भाए
गोरी हो या काली, मैं हूँ फूलवाली
मैं फूल बेचती हूँ...
एक रोज़ एक लड़का फूल ले गया था
जाते हुए वो हँस के
दिल अपना दे गया था
सोचा ना समझा, खा बैठी धोखा
मैं थी भोली भाली
मैं फूल बेचती हूँ...