Movie/Album: कल्पना (1960)
Music By: ओ.पी.नय्यर
Lyrics By: जाँ निसार अख़्तर
Performed By: आशा भोसले
बेक़सी हद से जब गुज़र जाए
कोई ऐ दिल जिए के मर जाए
ज़िन्दगी से कहो दुल्हन बन के
आज तो दो घड़ी सँवर जाए
कोई ऐ दिल...
उनको जी भर के देख लेने दे
दिल की धड़कन ज़रा ठहर जाए
कोई ऐ दिल...
हम हैं ख़ुद अपनी जान के दुश्मन
क्यूँ ये इल्ज़ाम उनके सर जाए
कोई ऐ दिल...
मेरे नगमों से उनका दिल न दुखे
ग़म नहीं मुझ पे जो गुज़र जाए
कोई ऐ दिल...
Music By: ओ.पी.नय्यर
Lyrics By: जाँ निसार अख़्तर
Performed By: आशा भोसले
बेक़सी हद से जब गुज़र जाए
कोई ऐ दिल जिए के मर जाए
ज़िन्दगी से कहो दुल्हन बन के
आज तो दो घड़ी सँवर जाए
कोई ऐ दिल...
उनको जी भर के देख लेने दे
दिल की धड़कन ज़रा ठहर जाए
कोई ऐ दिल...
हम हैं ख़ुद अपनी जान के दुश्मन
क्यूँ ये इल्ज़ाम उनके सर जाए
कोई ऐ दिल...
मेरे नगमों से उनका दिल न दुखे
ग़म नहीं मुझ पे जो गुज़र जाए
कोई ऐ दिल...