Movie/Album: दंगल (2016)
Music By: प्रीतम चक्रबर्ती
Lyrics By: अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By: जोनिता गाँधी
रंग बदल-बदल के क्यूँ चहक रहे हैं दिन दुपहरियाँ
मैं जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना
क्यूँ फुदक-फुदक के धड़कनों की चल रही गिलहरियाँ
मैं जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना
रंग बदल-बदल के...
क्यूँ ज़रा सा मौसम सरफिरा है
या मेरा मूड मसखरा है, मसखरा है
जो ज़ायका मन-मानियों का है
वो कैसा रस भरा है
मैं जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना
क्यूँ हज़ारों गुलमोहर सी
भर गयी है ख्वाहिशों की टहनियाँ
मैं जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना
क्यूँ फुदक-फुदक के...
इक नयी सी दोस्ती, आसमां से हो गयी
ज़मीन मुझसे जल के, मुँह बना के बोले
तू बिगड़ रही है
ज़िन्दगी भी आज कल, गिनतियों से लूम के
गणित के आंकड़ों के साथ
एक-आधा शेर पढ़ रही है
मैं सही ग़लत के पीछे छोड़ के चली कचहरियाँ
मैं जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना
क्यूँ फुदक-फुदक के...
Music By: प्रीतम चक्रबर्ती
Lyrics By: अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By: जोनिता गाँधी
रंग बदल-बदल के क्यूँ चहक रहे हैं दिन दुपहरियाँ
मैं जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना
क्यूँ फुदक-फुदक के धड़कनों की चल रही गिलहरियाँ
मैं जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना
रंग बदल-बदल के...
क्यूँ ज़रा सा मौसम सरफिरा है
या मेरा मूड मसखरा है, मसखरा है
जो ज़ायका मन-मानियों का है
वो कैसा रस भरा है
मैं जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना
क्यूँ हज़ारों गुलमोहर सी
भर गयी है ख्वाहिशों की टहनियाँ
मैं जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना
क्यूँ फुदक-फुदक के...
इक नयी सी दोस्ती, आसमां से हो गयी
ज़मीन मुझसे जल के, मुँह बना के बोले
तू बिगड़ रही है
ज़िन्दगी भी आज कल, गिनतियों से लूम के
गणित के आंकड़ों के साथ
एक-आधा शेर पढ़ रही है
मैं सही ग़लत के पीछे छोड़ के चली कचहरियाँ
मैं जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना
क्यूँ फुदक-फुदक के...