Quantcast
Channel: Lyrics In Hindi - लफ़्ज़ों का खेल
Viewing all 3592 articles
Browse latest View live

परिंदा - Parinda (Amaal Mallik, Saina)

$
0
0
Movie/Album: साइना (2021)
Music By: अमाल मलिक
Lyrics By: मनोज मुंतशिर
Performed By: अमाल मलिक

जलना बुझना, बुझ के जलना
मरना जीना, मर के जीना
माँगने वाली चीज़ नहीं ये
मौका उसका जिसने छीना
गिरना उठना, उठ के चलना
चढ़ जा अंबर, ज़ीना ज़ीना
याद रहे ये शर्त सफ़र की
पीछे मुड़ के देख कभी ना
जीत का जुनूँ है तो
हार सोचना क्यूँ
जब ज़िंदगी है एक ही
दो बार सोचना क्यूँ

मैं परिंदा क्यूँ बनूँ
मुझे आसमाँ बनना है
मैं इक पन्ना क्यूँ रहूँ
मुझे दास्ताँ बनना है
मैं परिंदा क्यूँ बनूँ
मुझे आसमाँ बनना है

कोई तो वजह है
जो ज़िद पे अड़ी हैं ये धड़कनें
यही तो मज़ा है
किया जो किसी ने नहीं हम करें
ललकार की घड़ी है ये
बेकार सोचना क्यूँ
जब ज़िंदगी है एक ही
दो बार सोचना क्यूँ
मैं परिंदा क्यूँ बनूँ...

सूरज आँख दिखा ले आज
कल तेरी आँख झुकनी है
तेरे अंदर है जितनी आग
यहाँ उससे भी दुगनी है
तलवार हाथ में है तेरे
दे मार सोचना क्यूँ
जब ज़िंदगी है एक ही
दो बार सोचना क्यूँ
मैं परिंदा क्यूँ बनूँ...

चल वहीं चलें - Chal Wahin Chalein (Shreya Ghoshal, Saina)

$
0
0

Movie/Album: साइना (2021)
Music By: अमाल मलिक
Lyrics By: मनोज मुंतशिर
Performed By: श्रेया घोषाल

जहाँ साँसों ने दौड़ लगाई नहीं
जहाँ नींदों से कोई लड़ाई नहीं
जहाँ पेड़ों का साया नदी तक है
जहाँ झीलों में चाँद अभी तक है
जहाँ हँसने पे शर्तें न हों
लोग जीने से डरते न हों
चल वहीं चलें, चल वहीं चलें
न जाते हो जहाँ, जहां के रास्ते
चल वहीं चलें, चल वहीं चलें
न जाते हो जहाँ, जहां के रास्ते

बेफिकर अपने घर से निकल
रास्ता दिल को तेरे पता है
राह में शाम होगी कहाँ
ये मुसाफिर कहाँ सोचता है
जहाँ आँखें आँसू न जानें
मुस्कुराने के हों सौ बहाने
चल वहीं चलें...

रौशनी प्यार जैसी नहीं
सितारे भी हमने हैं आज़माये
ये ज़मीं याद आयी तो हम
आसमानों से भी लौट आए
जहाँ सर पे कोई हाथ फेरे
जहाँ अपनों ने रंग हों बिखेरे
चल वहीं चलें...

डंका बजा - Danka Baja (Dev Negi, Mumbai Saga)

$
0
0
Movie/Album: मुंबई सागा (2021)
Music By: पायल देव
Lyrics By: प्रशांत इंगोले
Performed By: देव नेगी

गजानना गजानना गजानना गजानना
गजानना गजानना गजानना गजानना

भक्त तेरा आया रे देख गणराया
जिसका एक साया रे तू ही गणेशा
हाथ जोड़ आया रे, दिल है भर लाया
उसमें जो समाया रे तू ही गणेशा
(गणपति बप्पा मोरया
मंगल मूर्ति मोरया)

भक्त तेरा आया रे देख गणराया
जिसका एक साया रे तू ही गणेशा
हाथ जोड़ आया रे दिल है भर लाया
उसमें जो समाया रे तू ही गणेशा
जो करे तेरी भक्ति
वो जाने तेरी शक्ति
हर सोच से तू मुक्ति दिला दे रे

अरे डंका बजा दे रे तू ज़ोरेया
आया रे मोरया बप्पा हे मोरया
जो भी चुप है वो धड़कन को खनका ज़रा
आया रे मोरया बप्पा हे मोरया
अरे डंका बजा दे रे तू ज़ोरेया
आया रे मोरया बप्पा हे मोरया
जो भी चुप है वो धड़कन को खनका ज़रा
आया रे मोरया बप्पा हे मोरया

चारों दिशा में है नाम तेरा
हर दिल करे है गुणगान तेरा
(गजानना गजानना गजानना)
हो चारों दिशा में है नाम तेरा
हर दिल करे है गुणगान तेरा
आया जो भी शरण तेरे
भरम से है वो मुक्त हुआ
हर किसी धरम से रे, करम से रे
वो भक्त हुआ
आँखों मे तेरी दिखती
प्रचंड तेरी शक्ति
दुखों से तुझे मुक्ति दिलाने रे
अरे डंका बजा दे रे तू ज़ोरेया...

(गणपति बप्पा मोरया
मंगल मूर्ति मोरया)

जय जय जय जय जय जय
गणपति बप्पा मोरया
जय जय जय जय जय जय
मंगल मूर्ति मोरया
गणपति बप्पा मोरया
मंगल मूर्ति मोरया
गणपति बप्पा मोरया
मंगल मूर्ति मोरया
जय जय जय जय जय जय
गणपति बप्पा मोरया
मंगल मूर्ति मोरया
मंगल मूर्ति मोरया
मंगल मूर्ति मोरया
मंगल मूर्ति मोरया

शोर मचेगा - Shor Machega (Yo Yo Honey Singh, Hommie Dilliwala, Mumbai Saga)

$
0
0

Movie/Album: मुंबई सागा (2021)
Music By: यो यो हनी सिंह
Lyrics By: यो यो हनी सिंह, होमी दिल्लीवाला
Performed By: यो यो हनी सिंह, होमी दिल्लीवाला

यो यो हनी सिंह

मचेगा मचेगा, मचेगा मचेगा
मचेगा मचेगा, मचेगा मचेगा

बचे न कोई मेरी नज़रों से
नचाऊँ गुलज़ार की ग़ज़लों पे
नाच के जाओ घर सुबह तो
निशाँ पैरों पे ज़ख्मों के
बचे न कोई मेरी नज़रों से...

मैं हकीम लाया दवाई
जिससे होंगे सारे हाई
दो नंबर की मेरी कमाई
से मचाता हूँ तबाही
मैं हकीम लाया दवाई...

तभी तो मचेगा मचेगा, शोर मचेगा मचेगा
शोर मचेगा मचेगा, शोर मचेगा मचेगा
वाव
हिलेगा हिलेगा, फ्लोर हिलेगा हिलेगा
फ्लोर हिलेगा हिलेगा, फ्लोर हिलेगा हिलेगा
वाव वाव, वाव

मचेगा मचेगा, मचेगा मचेगा
वाव
हिलेगा हिलेगा फ्लोर

अब इस पार्टी में किसी को ना छोड़ूँगा
टाँग अड़ाने वालों की नचा के टाँगें तोड़ूँगा
पेड़ों पे दारू की बोतलें सजाऊँ
या बोतल पे चम्मच पे जाके दुनिया को नचाऊँ
खुले में जियो, घुट के ना मारो
फिर रोल में थोड़ी=थोड़ी ग्रास भरो
अगर मेरे माल पे तुमको भरोसा नहीं तो
पहले इस्तेमाल करो फिर विश्वास करो
मचेगा मचेगा...

थोड़ी बूज़ करके बॉडी लूज़ करके
फिर बल्ब घर के तू फ्यूज़ करके
तुझे हद से ज़्यादा करूँगा प्यार
मिसयूज़ नहीं महसूस करके
शर्मा न पास आ ना, गले से लगा ना
आएगा मज़ा ना, कहेगी रोज़ाना
वाव
मचेगा मचेगा...

यो यो हनी सिंह
मचेगा मचेगा, मचेगा मचेगा
होमी दिल्लीवाला
हिलेगा हिलेगा, हिलेगा हिलेगा
मचेगा मचेगा, मचेगा मचेगा

मैंने दिल से कहा - Maine Dil Se Kaha (Rog, K.K.)

$
0
0

Movie/Album: रोग (2005)
Music By: एम.एम.क्रीम
Lyrics By: निलेश मिश्रा
Performed By: के.के.

मैंने दिल से कहा
ढूँढ लाना खुशी
नासमझ लाया ग़म
तो ये ग़म ही सही
मैंने दिल से कहा...

बेचारा कहाँ जानता है
खलिश है ये, क्या खला है
शहर भर की खुशी से
ये दर्द मेरा भला है
जश्न ये रास न आए
मज़ा तो बस ग़म में आया है
मैंने दिल से कहा...

कभी है इश्क का उजाला
कभी है मौत का अँधेरा
बताओ कौन भेस होगा
मैं जोगी बनूँ या लुटेरा
कई चेहरे हैं इस दिल के
न जाने कौन सा मेरा
मैंने दिल से कहा...

हज़ारों ऐसे फासले थे
जो तय करने चले थे
राहें मगर चल पड़ी थीं
और पीछे हम रह गए थे
कदम दो-चार चल पाएँ
किए फेरे तेरे मन के
मैंने दिल से कहा...

बिखरने का मुझको - Bikharne Ka Mujhko (Shahid Mallya, Sireesha Bhagavatula, Swanand Kirkire, Qala)

$
0
0
Movie/Album: कला (2022)
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: वरुण ग्रोवर
Performed By: शाहिद माल्या, सिरीषा भागवतुला, स्वानंद किरकिरे

बिखरने का मुझको, शौक़ है बड़ा
समेटेगा मुझको, तू बता ज़रा
बिखरने का मुझको...

हो डूबती है तुझमें, आज मेरी कश्ती
गुफ्तगू में उतरी बात की तरह
हो, देख के तुझे ही रात की हवा ने
साँस थाम ली है, हाथ की तरह, हाय
कि आँखों में तेरी रात की नदी
ये बाज़ी तो हारी है सौ फ़ीसदी
बिखरने का मुझको...

हो उठ गए कदम तो, आँख झुक रही है
जैसे कोई गहरी बात हो यहाँ
हो खो रहे हैं दोनों, एक दूसरे में
जैसे सर्दियों की शाम में धुआँ, हाय
ये पानी भी तेरा आइना हुआ
सितारों में तुझको है गिना हुआ
बिखरने का मुझको...

घोड़े पे सवार - Ghodey Pe Sawaar (Sireesha Bhagavatula, Qala)

$
0
0
Movie/Album: कला (2022)
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By: सिरीषा भागवतुला

कोई कैसे उन्हें ये समझाए
सजनिया के मन में अभी इनकार है
जाने बलमा घोड़े पे क्यूँ सवार है
जाने बलमा घोड़े पे क्यूँ सवार है

धीरे-धीरे जतन करने से
दुल्हनिया के खुलते हृदय के द्वार हैं
जाने बलमा घोड़े पे क्यूँ सवार है
जाने बलमा घोड़े पे क्यूँ सवार है

बालों में बढ़ के गजरा लगाना
नज़दीक आने का है बहाना
सब जान के भी छलिया के छल से
मुश्किल है बच पाना
हो अँखियों से ठग के भरना वो जाने
बतियों से जुर्माना
हाँ, जो मैं टोकूँ, कहा न मेरा माने
भवों को ऐसे ताने, बहस बेकार है
जाने बलमा घोड़े पे क्यूँ सवार है
कोई कैसे उन्हें ये समझाए...

फेरो ना नजर - Phero Na Najariya (Sireesha Bhagavatula, Qala)

$
0
0
Movie/Album: कला (2022)
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: कौसर मुनीर
Performed By: सिरीषा भागवतुला

तारों को तोरी, न छेड़ूँगी अब से
बादल न तोरे, उधेड़ूँगी अब से
खोलूँगी न, तोरी किवड़िया
फेरो ना नजर से नजरिया
फेरो ना नजर से नजरिया...

इब दोपहरी के पीछे न भागूँगी धम्म-धम्म
अब की बारिश में बैरी न भीगूँगी छम्म-छम्म
अपनी चोटी में जुगुनू मैं कस लूँगी चम्म-चम्म
तोरी अटरिया, तोरी अटरिया
लाँघूँगी ना मैं तोरी अटरिया
तोरी अटरिया, तोरी अटरिया
माँगूगी ना तोरी छैय्याँ
फेरो ना नजर से नजरिया...

फेरो नाही रे, नजरिया रे
फेरो नाही रे, नजरिया रे
फेरो नाही रे, नजरिया रे
फेरो नाही रे, नजरिया रे

रुबाइयाँ - Rubaaiyaan (Shahid Mallya, Sireesha Bhagavatula, Qala)

$
0
0
Movie/Album: कला (2022)
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: स्वानंद किरकिरे
Performed By: शाहिद माल्या, सिरीषा भागवतुला

गुमनाम अंधेरों के साये
आवाज़ के राज़ छुपाये
उड़े अब्र से जा टकराए
टुकड़े-टुकड़े दोहराए

मेरे तिड़के दिल दी रुबाइयाँ
मेरे तिड़के दिल दी रुबाइयाँ
तेरे कानों में घुल सी जाए
मिसरी सी ज़बान पे आए
तेरी साँसों की धुन में समाये
टुकड़े-टुकड़े दोहराए
मेरे तिड़के दिल दी रुबाइयाँ
मेरे तिड़के दिल दी रुबाइयाँ

किसी रागिनी में, ग़ज़ल की शकल में
आऊँगा मैं तुमसे मिलने हज़ूर
ख्वाबों की बंदिश की लौ बुझा कर
दूँगा दखल बन यादों का नूर
कोमल सुरों सा हौले से आकर
चूमूँगा मैं तेरा तीखा गुरूर
शाखों की सूनी बाहें
ये शजर ये सर्द हवाएँ
तेरे अक्स के ज़ख्म सुलाएँ
टुकड़े-टुकड़े दोहराएँ

पपीहे की प्रेम निशानियाँ
पपीहे की प्रेम निशानियाँ
मेरे तिड़के दिल दी रुबाइयाँ...

निरभौ निरवैर - Nirbhau Nirvair (Shahid Mallya, Qala)

$
0
0
Movie/Album: कला (2022)
Music By: अमित त्रिवेदी
Lyrics By: संत कबीर, अनिवता दत्त
Performed By: शाहिद माल्या

ऐसी मरनी जो मरे, बहुरि ना मरना होय
कबीरा मरता-मरता जग मुआ
मर भी ना जाणे कोय

क्या जाणे किवें मरांगे कैसा मरणा होय
जे कर साहिब मनहु ना विसरे
ताँ सहल मरणा होय
ताँ सहल मरणा
मरणा मरणा होय

कित्थे तुरदा लबदा फिरदा
साया नाल साहिब दा
जीण तो पहले मुकदा क्यूँ वे
जुड़न तो ज़्यादा टुटदा

हर धुन गाओ, निर्गुण निरभौ
हर धुन सुण, निर्गुण निरवैर
हर धुन गाओ, निर्गुण निरभौ
हर धुन सुण, निर्गुण निरवैर

पैर लम्बे निक्कीचदरा
कफ़न ने पूरा ढकणा
जो विखाया वो था अपणा
बाकी ताँ अहमद शाह दा

सुफ़ने तू झूठे चखदा फिरदा
शहद वी खट्टा लगदा
जीण तो पहले मुकदा क्यूँ वे
जुड़न तो ज़्यादा टुटदा

हर धुन गाओ, निर्गुण निरभउ
हर धुन सुण, निर्गुण निरवैर
हर धुन गाओ, निर्गुण निरभउ
हर धुन सुण, निर्गुण निरवैर

जहाँ चार यार मिल जाएँ - Jahan Chaar Yaar Mil Jaayen (Kishore Kumar, Amitabh Bachchan, Sharaabi)

$
0
0
Movie/Album: शराबी (1984)
Music By: बप्पी लाहिरी
Lyrics By: प्रकाश मेहरा
Performed By: किशोर कुमार, अमिताभ बच्चन

जहाँ चार यार मिल जाएँ
वहीं रात हो गुलज़ार
जहाँ चार यार
महफ़िल रँगीन जमे
महफ़िल रँगीन जमे
दौर चले, धूम मचे
मस्त मस्त नज़र देखे नए चमत्कार
जहाँ चार यार मिल जाएँ...

वन ओ क्लॉक, इन माय हाउस
देयर वॉज़ अ कैट
देयर वॉज़ अ माउस
खेल रहे थे, डंडा गिल्ली
चूहा आगे, पीछे बिल्ली
चूहे को पड़ गए जान के लाले
बोला मुझको कोई बचा ले
चूहा आगे, पीछे बिल्ली
पीछे बिल्ली, चूहा आगे
चूहा आगे, पीछे बिल्ली
चूहा आगे, पीछे बिल्ली... हाँ!

बंद झरोखा, बंद थी खिड़की
बिगड़ी हुई थी हालत उसकी
मेरे पास था भरा गिलास
पी गया चूहा सारी व्हिस्की
अकड़ के बोला कहाँ है बिल्ली
दुमदबा के बिल्ली भागी
चूहे की फूटी किस्मत जागी
दुमदबा के बिल्ली भागी
चूहे की फूटी किस्मत जागी
चूहे की फूटी किस्मत जागी... हाँ

खेल रिस्की था
खेल रिस्की था, व्हिस्की ने किया बेड़ा पार
खेल रिस्की था...
महफ़िल रँगीन जमे
दौर चले, धूम मचे
मस्त मस्त नज़र देखे नए चमत्कार
जहाँ चार यार...

एक था हस्बैंड, एक थी वाइफ
मिज़रेबल थी उनकी लाइफ
ड्रंकर्ड हस्बैंड, फाइटर वाइफ

बीवी बिगड़े, शौहर अकड़े
रोज़ के झगड़े, रोज़ के लफ़ड़े
लफ़ड़े झगड़े, अरे झगड़े लफ़ड़े
लफ़ड़े लफ़ड़े झगड़े झगड़े
झगड़े लफ़ड़े, लफ़ड़े झगड़े

बीवी की थी एक सहेली
उसने उसको कुछ समझाया
तब बीवी की समझ में आया
रात को शौहर पी के आया
दरवाजे पर फिर चिल्लाया
आ ई ऊ हम्म
उस दिन बीवी बन गई भोली
कुंडी खोली, हँस के बोली
जान-ए-तमन्ना, अंदर आओ
पहले तो कुछ खाओ वाओ
फिर बिस्तर पे होंगी बातें
बड़े प्यार से कटेंगी रातें

शौहर चौंका
भूले से मैं
ये किस के घर आ गया यार
मेरी बीवी मुझे कभी भी
दे नहीं सकती इतना प्यार
शौहर बिस्तर छोड़ के भागा
अरे कुंडी ताला तोड़ के भागा
शौहर बिस्तर छोड़ के भागा
अरे कुंडी ताला तोड़ के भागा
भागा रे भागा रे भागा रे भागा रे, हा!

बोला देवी माफ़ कीजिए
मेरे साथ ज़रा इंसाफ कीजिए
मुझको अपने घर जाना है
वरना बीवी फिर मारेगी

उस दिन बीवी होश में आई
बंद हो गई सारी लड़ाई
नफ़रत हारी उल्फ़त जीती
लुटी खुशी फिर लौट के आई
नफ़रत हारी उल्फ़त जीती
लुटी खुशी फिर लौट के आई
आई रे आई रे आई रे आई रे, आई!

पीना छूट गया
पीना छूट गया
बीवी ने इतना दिया प्यार
पीना छूट गया
फिर दोनों ऐसे मिले
फिर दोनों ऐसे मिले
प्यार में ही डूब गए
प्यार अगर मिले तो हर नशा है बेकार
जहाँ चार यार...

एक हुस्न की देवी से - Ek Husn Ki Devi Se (Mehdi Hassan, Meri Zindagi Hai Naghma)

$
0
0

Movie/Album: मेरी ज़िन्दगी है नग़मा (1972)
Music By: निसार बज़मी
Lyrics By: शेवान रिज़वी
Performed By: मेहदी हसन

एक हुस्न की देवी से मुझे प्यार हुआ था
हाय प्यार हुआ था
दिल उसकी मुहब्बत में गिरफ्तार हुआ था
एक हुस्न की देवी से मुझे प्यार हुआ था
हाय प्यार हुआ था

वो रूप के जिस रूप से कलियाँ भी लजाएँ
वो रूप हाय हाय
वो ज़ुल्फ़ के जिस ज़ुल्फ़ से शरमाएँ घटाएँ
मयखाने निगाहों में अदाओं के तराने
दे डाले मुझे उसने मोहब्बत के ख़ज़ाने
हाँ ऐसी ही एक रात थी
हाँ ऐसी ही एक रात थी, ऐसा ही समा था
ये चाँद भी पूरा था, ज़माना भी जवाँ था
इक पेड़ के साये में जब इक़रार हुआ था
इक हुस्न की देवी से मुझे प्यार हुआ था
हाय प्यार हुआ था

कश्मीर की वादी के वो पुर कैफ नज़ारे
कश्मीर हाय हाय
लम्हात मोहब्बत के जहाँ हमने गुज़ारे
अंगड़ाइयाँ लेकर मेरी बाहों के सहारे
गुलनार नज़र आती थी वो शर्म के मारे
येक/एक तरफ़ा न थे हुस्न-ओ-मोहब्बत के इशारे
उसने भी कई बार मेरे बाल सँवारे
एहसास का जज़्बात का इज़हार हुआ था
इक हुस्न की देवी से मुझे प्यार हुआ था
हाय प्यार हुआ था

कुछ रोज़ कटे यूँ भी बुरा वक़्त जब आया
कुछ रोज़ हाय हाय
कुछ रोज़ कटे यूँ भी बुरा वक़्त जब आया
उस हुस्न की देवी ने भी नज़रों को फिराया
ग़ुरबत ने ज़माने की निगाहों से गिराया
आँचल मेरे हाथों से मोहब्बत ने छुड़ाया
एक रात को उसने मुझे सोता हुआ छोड़ा
चल दी वो कहीं, प्यार को रोता हुआ छोड़ा
सोया हुआ मैं नींद से जागा जो सवेरे
वो जब न मिली छा गए आँखों में अँधेरे
तक़दीर किसी को भी बुरे दिन न दिखाए
होते हैं बुरे वक़्त में अपने भी पराये
क्या प्यार भी दौलत का तलबग़ार हुआ था
एक हुस्न की देवी से मुझे प्यार हुआ था
हाय प्यार हुआ था
दिल उसकी मुहब्बत में गिरफ्तार हुआ था
एक हुस्न की देवी से मुझे प्यार हुआ था
हाय प्यार हुआ था

क्यूँ पूछते हो - Kyun Puchhte Ho (Mehdi Hassan, Bahisht)

$
0
0
Movie/Album: बहिश्त (1974)
Music By: राशिद अत्रे
Lyrics By: रिआज़ शाहिद
Performed By: मेहदी हसन

क्यों पूछते हो, क्या तुमसे कहूँ
मैं किस लिए जीता हूँ
शायद के कभी मिल जाओ कहीं
मैं इसलिए जीता हूँ
क्यों पूछते हो...

जीने का मुझे कुछ शौक़ नहीं
बस वक्त गुज़ारा करता हूँ
कुछ देर उलझ कर यादों में
दुनिया से किनारा करता हूँ
मरता भी उसी की खातिर हूँ
मैं जिस लिए जीता हूँ
शायद के कभी मिल जाओ कहीं
मैं इसलिए जीता हूँ

मैं हूँ के सुलगता रहता हूँ
बुझता भी नहीं, जलता भी नहीं
दिल है कि तड़पता रहता है
रुकता भी नहीं चलता भी नहीं
जीने की तमन्ना मिट ही चुकी
फिर किस लिए जीता हूँ
शायद के कभी मिल जाओ कहीं
मैं इसलिए जीता हूँ
क्यूँ पूछते हो...

क्यों हमसे खफा हो गए - Kyon Humse Khafa Ho Gaye (Mehdi Hassan, Salam-e-Mohabbat)

$
0
0
Movie/Album: सलाम-ए-मोहब्बत (1971)
Music By: रशीद अत्रे
Lyrics By: क़तील शिफाई
Performed By: मेहदी हसन

क्यों हमसे खफ़ा हो गए, ऐ जान-ए-तमन्ना
भीगे हुए मौसम का मज़ा क्यों नहीं लेते
क्यूँ हमसे खफ़ा हो गए

ये रात, ये बरसात, ये सावन का महीना
ऐसे में तो शोलों को भी आता है पसीना
इस रुत में गरीबों की दुआ क्यों नहीं लेते
भीगे हुए मौसम का...
क्यूँ हमसे खफ़ा हो गए

देखो तो ज़रा झाँक के बाहर की फ़ज़ा में
बरसात ने इक आग लगा दी है हवा में
इस आग को सीने में बसा क्यों नहीं लेते
भीगे हुए मौसम का...
क्यों हमसे खफ़ा हो गए

आया है किसे रास जुदाई का ये आलम
तड़पेंगे अकेले में उधर आप, इधर हम
दिल, दिल से मेरी जान मिला क्यों नहीं लेते
भीगे हुए मौसम का...
क्यों हमसे खफ़ा हो गए...

इक रस्ता दो राही - Ik Rasta Do Raahi (Kishore Kumar, Md.Rafi, Ram Balram)

$
0
0
Movie/Album: राम बलराम (1980)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्शी
Performed By: किशोर कुमार, मोहम्मद रफ़ी

इक रास्ता आहा आहा
दो राही आहा आहा
इक चोर, इक सिपाही आहा आहा
इक रास्ता, दो राही...

बचपन का खेल, जवानी का सच
ये है तेरी-मेरी ज़िंदगानी का सच
न मिट सके नसीबों के
कलम की स्याही आहा आहा
अहा अहा स्याही आहा आहा
इक रस्ता, दो राही...

अच्छा है, ख़राब है, बुरा है, नेक है
कुछ भी है, हम दोनों का लहू तो एक है
न बना चोर तू मर्ज़ी से
न बना मैं सिपाही आहा आहा
सिपाही आहा आहा
इक रस्ता, दो राही...

मंज़िल है एक मेरे साथिया
माना हम दोनों का जुदा है रास्ता
हम चलते हैं तो देते हैं
कदम ये गवाही आहा आहा
गवाही आहा आहा
इक रस्ता, दो राही...

ऐ दुनिया क्या तुझसे कहें - Aye Duniya Kya Tujhse Kahein (Mehdi Hassan)

$
0
0
Music By: ए हमीद
Lyrics By: फ़य्याज़ हाश्मी
Performed By: मेहदी हसन

ऐ दुनिया क्या तुझसे कहें
जा छेड़ न हम दीवानों को
पिघली हुई इस आग में जलकर
मरने दे परवानों को
ऐ दुनिया क्या तुझसे कहें...

वादे झूठे प्यार भी झूठा
झूठे प्यार के रिश्ते हैं
ज़हर पिला कर सुला रहे हैं
हम अपने अरमानों को
जा छेड़ न हम दीवानों को
ऐ दुनिया क्या तुझसे कहें

साथी जिनको लूट गए
और मौत भी जिनसे रूठ गई
लोग शराबी कहते हैं
उन दर्द भरे इंसानों को
जा छेड़ न हम दीवानों को
ऐ दुनिया क्या तुझसे कहें

बड़ी नाज़ुक है ये मंज़िल - Badi Nazuk Hai Ye Manzil (Jagjit Singh, Joggers' Park)

$
0
0
Movie/Album: जॉगर्स पार्क (2003)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: ज़मीर काज़मी
Performed By: जगजीत सिंह

बड़ी नाज़ुक है ये मंज़िल, मोहब्बत का सफ़र है
धड़क आहिस्ता से ऐ दिल
धड़क आहिस्ता से ऐ दिल, मोहब्बत का सफ़र है
बड़ी नाज़ुक है ये मंज़िल...

कोई सुन ले ना ये क़िस्सा, बहुत डर लगता है
मगर डरने से क्या हासिल
मगर डरने से क्या हासिल, मोहब्बत का सफ़र है
बड़ी नाज़ुक है ये मंज़िल...

बताना भी नहीं आसाँ, छुपाना भी कठिन है
ख़ुदाया किस क़दर मुश्किल
ख़ुदाया किस क़दर मुश्किल, मोहब्बत का सफ़र है
बड़ी नाज़ुक है ये मंज़िल...

उजाले दिल के फैले हैं, चले आओ ना जानम
बहुत ही प्यार के क़ाबिल
बहुत ही प्यार के क़ाबिल, मोहब्बत का सफ़र है
बड़ी नाज़ुक है ये मंज़िल...

तेरे बारे में जब सोचा नहीं था - Tere Baare Mein Jab Socha Nahin Tha (Jagjit Singh, Saher)

$
0
0
Movie/Album: सहर (2000)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: मेराज फ़ैज़ाबादी
Performed By: जगजीत सिंह

तेरे बारे में जब सोचा नहीं था
मैं तन्हा था, मगर इतना नहीं था
तेरे बारे में जब सोचा नहीं था

तेरी तस्वीर से करता था बातें
मेरे कमरे में आईना नहीं था
मैं तन्हा था मगर...

समंदर ने मुझे प्यासा ही रखा
मैं जब सहरा में था, प्यासा नहीं था
मैं तन्हा था मगर...

मनाने रूठने के खेल में हम
बिछड़ जाएँगे ये सोचा नहीं था
मैं तन्हा था मगर...

सुना है बंद कर ली उसने आँखें
कई रातों से वो सोया नहीं था
मैं तन्हा था मगर...

जा रे उड़ जा रे पंछी - Ja Re Ud Ja Re Panchhi (Lata Mangeshkar, Maya)

$
0
0
Movie/Album: माया (1961)
Music By: सलिल चौधरी
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: लता मंगेशकर

जा रे, जा रे उड़ जा रे पंछी
बहारों के देस जा रे
यहाँ क्या है मेरे प्यारे
क्यूँ उजड़ गई बगिया मेरे मन की
जा रे...

ना डाली रही ना कली
अजब ग़म की आँधी चली
उड़ी दुःख की धूल राहों में
जा रे, ये गली है बिरहन की
बहारों के देस जा रे...

मैं वीणा उठा ना सकी
तेरे संग गा न सकी
ढले मेरे गीत आहों में
जा रे, ये गली है असुँअन की
बहारों के देस जा रे...

तेरा चेहरा है आईने जैसा - Tera Chehra Hai Aaeene Jaisa (Jagjit Singh, Aaeena)

$
0
0
Movie/Album: आईना (2000)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: पयाम सईदी
Performed By: जगजीत सिंह

तेरा चेहरा है आईने जैसा
क्यूँ न देखूँ, है देखने जैसा
तेरा चेहरा है आईने जैसा

तुम कहो तो मैं पूछ लूँ तुमसे
है सवाल एक पूछने जैसा
तेरा चेहरा है आईने जैसा

दोस्त मिल जाएँगे कई लेकिन
न मिलेगा कोई मेरे जैसा
तेरा चेहरा है आईने जैसा

तुम अचानक मिले थे जब पहले
पल नहीं है वो भूलने जैसा
तेरा चेहरा है आईने जैसा
Viewing all 3592 articles
Browse latest View live


<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>